मातमौर जैन मंदिर डकैती के साथ ही पुलिस ने दो चोरी का पर्दाफाश किया
चार आरोपीयों को किया गिरफ्तार, तीन आरोपी फरार
देवास। जिले के थाना बागली क्षेत्र के अंतर्गत दिनांक 27-28 अगस्त की दरमियानी रात मातमौर शिवपुर जैन मंदिर में अज्ञात चोरों द्वारा चौकीदार से मारपीट कर मन्दिर में भगवान की चांदी की अंगी वस्त्र, मुकुट तथा दान पेटी तोड़कर नगदी रुपया डकैती डालकर ले गये थे। जिस पर अपराध क्र 544/19 धारा 395 भादवि का कायम किया गया। अज्ञात डकैतों को पकडऩे के लिए पुलिस महानिरीक्षक ने पुलिस अधीक्षक को घटना की जानकारी निकालने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस ने बताया की कछ समय पूर्व थाना उदयनगर में जीवन दांगी के घर में अज्ञात चोर द्वारा सोने चांदी के जेवरों व नगदी रूपयों की चोरी कर ली गई थी। इसी प्रकार थाना हाटपिपल्या में दिलीप सोनी के यहाँ भी अज्ञात चोरों द्वारा सोना चाँदी के जेवरों की चोरी की गई थी। सतवास में भी बैंक में चोरी का प्रयास किया गया था। क्षेत्र में हो रही घटना में आदिवासी हुलिये के लोगों के होने की जानकारी मिली थी साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी प्राप्त हुये थे।
तकनीकी सहयोग हेतु थाना प्रभारी सुसनेर जिला आगर योगेन्द्र सिंह सिसोदिया, साइबर सेल के आर. शिव सेंगर व सचिन की टीम को पृथक से कार्य पर लगाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुवे सुराग देने वाले को 20 हजार रूपये पुलिस प्रशासन द्वारा व 31 हजार रूपये मातमौर जैन ट्रस्ट व्दारा नगर इनाम भी घोषित किया गया। अनुसंधान कि एक टीम धार, झाबुआ क्षेत्र में मामूर की गई जिसने मुखबिरों की सूचना के आधार पर मिले हुए फुटेज के हुलिये के लोगों की जानकारी एकत्र की तथा वहीं से एक व्यक्ति को संदिग्ध बतौर चिन्हित किया। जिसके संबंध में विस्तृत तकनीकी विश्लेषण व तस्दीक के आधार पर ज्ञात हुआ कि बाग, एवं टाण्डा क्षेत्र के भील इस तरह की लगातार वारदात कर रहे है। पुलिस कर्मियो के दल ने लम्बे समय तक धार क्षेत्र में कैंप कर जानकारियां एकत्र की तथा आने जाने का मूवमेन्ट को चिन्हित किया और इसी आधार पर बागली क्षेत्र में स्थानीय निवासी विष्णु भील को संदेह के आधार पर पूछताछ हेतु उठाया और उससे कड़ाई से पछताछ करने पर उसके व्दारा जुर्म स्वीकार करने पर गिरफ्तार कर रिमाण्ड पर लिया गया। जिसने बताया कि बाग थाना क्षेत्र के अंतर्गत डेहरी चौकी के बरखेडा गाँव में उसके रिश्ते का मामा जुवार सिंह पिता केकडिय़ा अनारे तथा काटी के परम पिता नरवर भील की गैंग इस तरह की वारदात करके गई है। स्थानीय स्तर पर भी ज्ञात हुआ कि जुवार और परम की गैंग दारु मुर्गा, बकरा पार्टी कर पैसा खर्च कर रही है विष्णु की बतायी जानकारी के आधार पर घटना में इनके साथी दयासिंह पिता मंगू निवासी काटी, मुकेश वसुनिया पिता बिशनसिंह निवासी रणजीतगढ जोबट, जयकिशन पिता धडक सिंह निवासी पिपरी, विष्णु पिता जुवान सिंह भील निवासी बोरी थाना बागली घटना में शामिल है। पुलिस द्वारा पकडे गये आरोपियों की निशादेही पर सोना चांदी के जेवर, सामान जप्त किये
गये। जिनकी कुल कीमत 10 लाख रुपये से अधिक है जिसमें अब तक गिरोह के कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है। पुलिस ने बताया की आरोपी जुवार सिंह तथा फरार आरोपी परम पूर्व में कई लूट, डकैती, चोरी जैसे अपराधो में गिरफ्तार हुये है। आरोपी जुवार सिंह सजा में हाईकोर्ट से जमानत पर है एवं आरोपी परम सजा में फरार है।
जेल में हुई दोस्ती फिर की वारदात
उक्त आरोपीगण झाबुआ धार क्षेत्र के निवासी है जो स्थानीय रिश्तेदारी व मित्रता के संबंध बनाकर एवं मजदूरी करने के बहाने क्षेत्रों का भ्रमण कर रैकी करते है। आरोपी इन्दौर में मजदूरी के नाम पर ठिकाना बनाकर एकत्र होकर आसपास के क्षेत्रों में वारदात करते रहे है। बागली एवं उदयनगर क्षेत्र के क्रमश: निवासी जुवान सिंह भील, सीताराम भीलाला जो हत्या के अपराध में सजायाब होकर भेरुगढ जेल में सजा काट रहे हैं। इस प्रकरण में मुख्य आरोपी जुवार सिंह भील जिसने जेल में अन्य आरोपियों से मुलाकात कर रिश्तेदारी व मित्र व्यवहार बना लिया था। उन्हीं में से जुवानसिंह का पुत्र विष्णु के सहयोग से हाटपिपलिया, बागली और उदयनगर में वारदाताओं को अंजाम दिया गया। आरोपियों ने घटना के पूर्व जुवार सिंह व परम द्वारा विष्णु भील के साथ सावन सोमवार के दिन मातमौर मंदिर की रेकी की उसके पश्चात टीम बनाकर पूरी घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने बताया की आरोपियों के द्वारा चुराया गया माल पुलिस व स्थानीय मंदिर के कर्मचारियों के सक्रिय होने से ततकाल ले जाया नहीं जा सका। इसलिए आरोपी विष्णु को सारा माल देकर अगले दिन दया सिंह व उसके साले सौरभ सिंह के साथ आकर लूट का सारा माल ले जाया गया। इसी प्रकार जुवारसिंह विष्णुभील की मदद से अपने साथियों जयकिशन, परम, मुकेश के साथ मिलकर हाटपिपलिया में दिलीप सोनी के घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया इसके बाद उदयनगर स्थित जीवनसिंह दांगी के घर में भी चोरी की घटना को अंजाम दिया। तीनों ही घटना में जुवारसिंह की स्विफ्ट डिजायर कार न. एमपी 09 सीक्यू 7956 प्रयुक्त की गई, जिसे चालक जयकिशन चलाकर लाता था। हाटपिपल्या में दिलीप सोनी के घर की रेकी विष्णु द्वारा करवाई गई थी तथा उदयनगर की घटना में स्थानीय निवासी शंकर निगम की स्थानीय संलिप्तता पाई गई है।
आरोपियों से की जब्त सामाग्री
आरोपियों से एक स्विफ्ट कार जुवार सिंह के नाम की, हाटपिपल्या के अपराध 150/19 धारा 457, 380 भादवि में चोरी गये सोने चांदी के जेवर कुल कीमती 4 लाख रुपये उदयनगर के अपराध का 234/19 धारा 457, 380 भादवि में जप्त सोने चांदी के जेवर कुल कीमती 4 लाख रुपये, थाना बागली के अपराध क्रमांक 544/19 धारा 458, 395 भादवि में मातमीर मन्दिर से चोरी गये चाँदी के बर्तन, थाली, दीपक, मुकुट, चिल्लर कीमती 2 लाख रुपये जप्त किये गये है।
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
1, जुवार सिंह पिता केकडिया अनारे जाति भील निवासी बरखेडा थाना बाग 2.विष्णु पिता जुवान सिंह भील निवासी बोरी थाना बागली, 3. जयकिशन पिता धडक सिंह जाति भील निवासी पिपरी चौकी डेहरी थाना बाग, 4. सौरभसिंह पिता जोगडिया भील निवासी सनावदिया थाना खुढेल है।
यह है फरार आरोपी
1 दयासिंह पिता मंगू निवासी काटी, 2 मुकेश वसुनिया पिता बिशनसिंह निवासी रणजीतगढ़ जोबट, 3.परम पिता नरवर भील निवासी कांटी है।
मातमौर जैन मंदिर डकैती के साथ ही पुलिस ने दो चोरी का पर्दाफाश किया चार आरोपीयों को किया गिरफ्तार, तीन आरोपी फरार
