बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक और महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दस शीर्ष नेता रविवार दोपहर को शरद पवार के कार्यालय में अघोषित रूप से पहुंचे, जिससे हर कोई आश्चर्यचकित रह गया. इनमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार और वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल भी शामिल थे. इस बैठक से महाराष्ट्र की राजनीति में अटकलें तेज हो गईं क्योंकि यह बैठक अजित पवार द्वारा शरद पवार के बजाय खुद को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित करने के कुछ ही दिनों बाद हुई थी.
प्रफुल्ल पटेल ने बैठक के तुरंत बाद मीडिया से कहा, ‘हमने उनका आशीर्वाद मांगा और पार्टी को एकजुट रखने के लिए उनसे मार्गदर्शन देने को कहा, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बोला.’ बंगले में मौजूद एक एनसीपी नेता ने कहा, ‘हमें कोई अंदाज़ा नहीं था कि ऐसा होगा. सभी नौ मंत्री और प्रफुल्ल भाई देवगिरी (अजित पवार का बंगला) में एक बैठक में थे. वे अचानक उठे और अपनी सुरक्षा एवं कर्मचारियों को छोड़कर तीन कारों में चले गए.’