गुरुवार देर रात 145 नए संक्रमित मिले, तीन की जान भी गई। 1961 सैंपलों की जांच में 1799 मरीज निगेटिव पाए गए। 17 की रिपोर्ट रिपीट पॉजिटिव रही। लगातार बढ़ते संक्रमण के बीच एक अच्छी बात यह है कि लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता जांचने के लिए सीरो सर्वे शुरू होने जा रहा है। इसके लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज को किट मिल गई है। पहले चरण की ट्रेनिंग में मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. ज्योति बिंदल ने सर्वे के तकनीकी पहलुओं और सरकार की गाइडलाइन के बारे में बताया। सर्वे के लिए टीमों का गठन किया जा रहा है। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि रेंडम सर्वे के लिए सारी तैयारी है। एक-दो दिन में इसे शुरू करेंगे।
जिले में अब तक 1 लाख 49 हजार 534 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आ चुकी है। इसमें 8159 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। 5771 मरीज जहां कोराेना को मात देकर अपने घर लौट चुके हैं। वहीं, इस वायरस ने 328 लोगों की जान भी ली है। अभी भी जिले में 2060 एक्टिव मरीज हैं, जिनका अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है। होटल गार्डन में क्वारैंटाइन 5478 लोग अब अपने घर लौट चुके हैं।
एमआर टीबी अस्पताल में सात दिन बाद डयूटी पर लौटी नर्स को हुआ कोरोना
एमआर टीबी कोविड-19 अस्पताल की एक नर्स कोरोना पॉजिटिव आई। खास बात ये है कि वह सात दिन क्वारैंटाइन अवधि पूरी करने के बाद बुधवार को काम पर लौटी थी। ड्यूटी जॉइन करने के कुछ देर बाद दोपहर में उसकी तबीयत खराब होने लगी। इसके बाद वह तुरंत सैंपल देने एमवाय अस्पताल गई। शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जानकारी मिलते ही स्टाफ के अन्य सदस्य घबरा गए। वे साथी भी घबरा गए जो बिना सावधानी के नर्स से मिले थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम काॅन्टेक्ट का पता लगा रही है। हाल ही में मल्हारगंज पॉली क्लिनिक और बाणगंगा अस्पताल के स्टाफ में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी।
क्लब कॉलोनी, कृष्णकुंज सहित 12 नए इलाकों में मिले मरीज
पूरे शहर में व्यावसायिक गतिविधियों की छूट देने के बाद कोरोना संक्रमण दूरदराज की काॅलोनियों में भी फैल रहा है। गुरुवार को भी 12 नए इलाकों में 13 पाॅजिटिव मरीज सामने आए। ये क्षेत्र हैं क्लब कॉलोनी, केवटी गांव, मानसरोवर काॅलोनी, ओल्ड सीहोर रोड, श्रीसंपदा, कुंवर मंडली, भोजपुरी कॉलोनी, मां सुंदर नगर, कृष्णकुंज, रसलपुर महू, कैलाश कॉलोनी, विजय विहार कॉलोनी।
आईआईटी में खत्म हुआ कोरोना, दोबारा न फैले, इसके लिए प्रबंधन हुआ सख्त
भारतीय तकनीकी संस्थान (आईआईटी) इंदौर कोरोना मुक्त हो गया। संस्थान में एक भी एक्टिव केस नहीं है। सभी संक्रमितों की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। संस्थान के निदेशक ने परिसर में मौजूद हर व्यक्ति को कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने का कहा है। संस्थान में सेवाएं देने आईआईटी के बाहर से आने वाले सभी वेंडरों का फैकल्टी हाउसिंग, स्टूडियो अपार्टमेंट, होस्टल, हब, स्कूल और पॉड बिल्डिंग में जाना प्रतिबंधित है। कैंपस में रह रहे वैज्ञानिक, छात्र, शिक्षक और कर्मचारियों को आवश्यक चीजें भीतर ही उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्रयोगशाला, डाइनिंग हॉल, मीटिंग या अन्य जगह पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क अनिवार्य है। पीआर सीएलओ कमांडर सुनील कुमार के मुताबिक संस्थान परिसर में जरूरी काम के लिए ही आवाजाही की इजाजत मिलेगी।









