ज़िला पंचायत द्वारा आयोजित बहुप्रतीक्षित वार्षिक कालिदास हस्तशिल्प एवं हथकरघा मेला 2025 का शुभारंभ 13 नवंबर को हो चुका है। हस्तशिल्प एवं हथकरघा मेला 24 नवम्बर तक कालिदास अकादमी परिसर में आयोजित होगा। मेले में मध्य प्रदेश के साथ-साथ देश के 24 राज्यों जैसे जम्मू कश्मीर, बिहार, नागालैंड, ओडिशा, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल, हिमाचल प्रदेश,पश्चिम बंगाल, आदि से शिल्पी एवं बुनकर अपने-अपने उत्पाद लेकर सम्मिलित हुए हैं। साथ ही, मेले में फूड जोन एवं झूले भी लगाए गए हैं।
ज़िला पंचायत उज्जैन द्वारा आयोजित मेले में कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के अंतर्गत हथकरघा संचालनालय द्वारा प्रदेश के शिल्पी एवं बुनकरों को जिला हथकरघा कार्यालयों द्वारा 40 निःशुल्क दुकानें भी उपलब्ध कराई गईं हैं जिससे प्रदेश के विभिन्न जिलों से शिल्पी एवं बुनकर सुदृढ़ हो सकें। प्रदेश के प्रसिद्ध माहेश्वरी एवं चंदेरी साड़ियां, नीमच का नान्दना प्रिंट, मंडला के गोंड पेंटिंग, भैरवगढ़ का बटिक, वारासिवनी की कोसा साड़ियां, ग्वालियर की प्रसिद्ध हाथ से बनी हुई हैंडलूम चादरें, देवास एवं धार के चर्म शिल्प, आदि भी मेले की शोभा बढ़ा रहे हैं।
नागरिकों के लिए यह प्रतिष्ठित एवं बहुप्रतीक्षित मेला 24 नवम्बर तक दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक संचालित होगा।









