सार
उज्जैन में भैरवगढ़ जेल से पैरोल पर कैदी ऐसा गया की तीन साल बाद भी वापस लौटकर नहीं आया। कई बार रिमाइंडर भेजे गए, लेकिन झाबुआ जिले का कैदी नहीं आया। अब पुलिस ने फरार होने का मामला दर्ज किया है।
विस्तार
कोरोना काल के दौरान संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उज्जैन में भैरवगढ़ जेल के आधे से अधिक कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था। उन्हें स्थिति सामान्य होने पर वापस आना था। लेकिन एक कैदी नहीं आया है, जिस पर प्रकरण दर्ज हुआ है।
केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के अधीक्षक मनोज साहू ने बताया, साल 2020 में कोरोना महामारी की शुरुआत हुई थी। दुनियाभर में कामकाज बंद हो गए थे और हजारों लोग इसका शिकार हुए थे। भैरवगढ़ जेल में भी कई बंदी संक्रमित पाए गए थे और संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए सरकार के निर्देश पर बंदियों को पैरोल की छूट दी गई थी।
उस दौरान करीब एक हजार से ज्यादा कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था और सामान्य स्थिति होने पर उन्हें फिर से जेल में आमद दर्ज कराने को कहा गया था। करीब चार महीने बाद जितने भी कैदी गए थे, उन सभी ने अपनी आमद दर्ज करा दी थी। लेकिन झाबुआ जिले का कैदी रमेश पिता मांगू वापस नहीं लौटा और उसे कई बार रिमांडर भेजकर हाजिर होने के लिए कहा गया है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल पाया है। पुलिस ने इसके बाद भैरवगढ़ थाने में उसके फरार होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।