कोरोना वायरस के असर को रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किया गया है. लेकिन भोपाल में नए मामले सामने आने के बाद इसकी सख्ती बढ़ा दी है और अब सिर्फ दूध-मेडिकल की दुकानों को खोलने की इजाजत है.
- भोपाल में कोरोना वायरस के कई केस
- प्रशासन ने लॉकडाउन में बढ़ाई सख्ती
कोरोना वायरस का असर देश में तेजी से बढ़ता जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में कई शहरों में कोरोना पॉजिटिव केसों में अचानक उछाल आया है. इन्हीं में से एक है मध्य प्रदेश का भोपाल, जहां कोरोना के केस सामने आने के बाद लॉकडाउन में सख्ती कर दी गई है. प्रशासन ने आदेश दिया है कि अगले आदेश तक शहर में सिर्फ मेडिकल और दूध की दुकानें ही खुलेंगी.
स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, भोपाल शहर में अबतक 45 कोरोना वायरस केस की पुष्टि हो चुकी है. जबकि पिछले 24 घंटे में दो दर्जन से अधिक मामले सामने आए हैं, यही कारण है कि इस सख्ती को बढ़ाया जा रहा है. भोपाल में एक व्यक्ति अबतक इस वायरस की वजह से अपनी जान गंवा चुका है.
अब लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए भोपाल प्रशासन ने तय किया है कि सोमवार से शहर में सिर्फ मेडिकल की दुकानें और दूध की दुकानें खुलेंगी. इससे पहले सब्जी या फिर किराना की दुकानें खुलती आ रही थीं, लेकिन अब ये छूट नहीं मिलेगी. (भोपाल में लॉकडाउन के दौरान की तस्वीर)
कलेक्टर के द्वारा जारी इस आदेश के बाद से ही भोपाल में जगह-जगह किराना की दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखाई दी, क्योंकि लोग अपनी जरूरत का सामान फुल कर लेना चाहते हैं. हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा जा रहा है.
आपको बता दें कि भोपाल से पहले इंदौर में भी कोरोना वायरस के मामलों ने तेजी पकड़ी थी और मध्य प्रदेश में इन दोनों शहरों में ही अधिकतर केस सामने आ रहे हैं. अभीतक 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान मेडिकल, दूध, सब्जी और किराना की दुकान खुलने की इजाजत थी, ताकि लोग अपनी जरूरत का सामान ले सकें.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार सुबह नौ बजे तक मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के केस की संख्या 165 पहुंच गई, जबकि राज्य में 9 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.