मल्लिकार्जुन खड़गे को जल्द अपनी नई टीम और कांग्रेस कार्यसमिति के लिए सदस्यों को नामित करना है। सीडब्ल्यूसी के 12 सदस्यों के लिए चुनाव होता है और 11 सदस्यों को अध्यक्ष नामित करता है।
कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद अपने पहले अध्यक्षीय भाषण में मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी में 50 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के लोगों को देने का ऐलान किया। अगर खड़गे अपना वादा पूरा करने में सफल रहते हैं, तो पार्टी की पूरी तस्वीर बदल जाएगी। क्योंकि, अभी पार्टी की संचालन समिति में सिर्फ एक सदस्य की उम्र 50 साल से कम हैं।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जल्द अपनी नई टीम और कांग्रेस कार्यसमिति के लिए सदस्यों को नामित करना है। सीडब्ल्यूसी के 12 सदस्यों के लिए चुनाव होता है और 11 सदस्यों को अध्यक्ष नामित करता है। ऐसे में अध्यक्ष के तौर पर चुनाव के जरिए चुने जाने वाले और नामित सदस्यों में 50 फीसदी सदस्यों को 50 साल से कम उम्र का चुनना आसान नहीं है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं है। पार्टी को हर निर्णय लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए लेना होगा। ऐसे में एआईसीसी और सीडब्ल्यूसी में 50 साल से कम उम्र के लोगों को 50 फीसदी हिस्सेदारी देना आसान नहीं है। क्योंकि, पार्टी के पास संगठन में काम करने का अनुभव रखने वाले युवाओं की कमी है। कांग्रेस संचालन समिति में मणिकम टैगोर की उम्र 50 वर्ष से कम है। वह 47 वर्ष के हैं।
एआईसीसी में महासचिवों के जिम्मे राज्यों के संगठन का कामकाज देखने की जिम्मेदारी होती है। कई प्रदेशों में पार्टी नेताओं में अंदरुनी कलह है। ऐसी स्थिति में पार्टी महासचिव और प्रभारियों का वरिष्ठ और अनुभवी होना आवश्यक है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सभी प्रदेशों में संगठन कमजोर है। लिहाजा, किसी नए युवा पदाधिकारी को जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती। कांग्रेस में पहले ही बुजुर्ग और युवा पीढ़ी के बीच टकराव है। पार्टी के बुजुर्ग तो अपनी जगह छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। वहीं, युवा पीढ़ी ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहती। बुजुर्ग और युवाओं की बीच इस रस्साकसी में टीम राहुल बिखर गई। संगठन और सरकार में अहम पदों पर रहे कई युवा नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर दूसरी पार्टियों में अपने लिए जगह तलाश कर ली।
राहुल ने संगठन में युवाओं को बढ़ावा देने का किया था प्रयास
कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने संगठन में युवाओं को बढ़ावा देने का प्रयास किया था। कई युवा नेताओं को संगठन में अहम पद भी दिए गए, पर बुजुर्ग और युवाओं नेताओं के बीच टकराव के चलते यह प्रयोग बहुत सफल नहीं रहा। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संगठन में 50 फीसदी युवाओं को हिस्सेदारी देने में सफल रहते हैं, तो संगठन की तस्वीर बदल जाएगी। क्योंकि, राहुल गांधी लगातार युवाओं को संगठन में हिस्सेदारी देने की वकालत करते रहे हैं। अगर 50 फीसदी युवाओं को हिस्सेदारी देने का फॉर्मूला लागू होता है तो संगठन में युवा पदाधिकारी राहुल गांधी की ड्रीम टीम का हिस्सा होंगे।
लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर चुके हैं खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों की शुरुआत कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए गठित टास्क फोर्स के सदस्यों के साथ बैठक की। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी टास्क फोर्स के प्रत्येक सदस्य को संगठन, संचार और मीडिया, आउटरीच, वित्त और चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।