टाटा कंपनी परिसर में मजदूरों ने की मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी
40 साल में पहली बार कंपनी में पंहुची पुलिस
समझौते को लेकर श्रमिक है असंतुष्ट
देवास। शुकव्रार को टाटा इंटरनेशनल कंपनी में पहली शिफ्ट छूटने के बाद कपंनी में काम कर रहे 400 नियमित मजूदरों में मुख्य द्वार के सामने बैठकर कंपनी प्रबंधक आशिष झा के जमकर नारेबाजी करना शुरू कर दी। कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों कि वेतन वृद्धि को लेकर समझौता नहीं होने से कर्मचारी परेशान है।
ज्ञात रहे है कि 5 फरवरी को भी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी मनोज पिता कुंवर बहादुरसिंह निवासी मुखर्जी नगर ने आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद भी मैनेजमेंट मजदूरों के साथ समझोता करने को तैयार नही था जिसके चलते शुक्रवार को मजदूरों ने कंपनी के मुख्यगेट पर नारेबाजी करना शुरू की दी। लेदर उद्योग संघ के ईश्वर सिंह परिहार ने बताया कि 4 साल में मात्र 1000 रूपए के वेतन समझौता किया गया जबकि दूसरी कंपनियों में 10 हजार से अधिक समझौता होता है। वही इस महंगाई के दौर में कर्मचरियों की अर्थिक स्थिाति ठीक नही है जिसके कारण मैनजमेंट के विरूद्व यह आंदोलन किया गया। अगर प्रबंधक द्वारा अभी भी सुनवाई नही की गई तो कानूनी कार्यवाही के साथ जनप्रतिनिधियो को अवगत कराया जायेगा। वही प्रबंधक द्वारा स्थिाति को देखते हुए औद्योगिक थाने से पुलिस बल बुलाया गया।
टाटा कंपनी परिसर में मजदूरों ने की मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी 40 साल में पहली बार कंपनी में पंहुची पुलिस समझौते को लेकर श्रमिक है असंतुष्ट
