महामारी विशेषज्ञ एवं संक्रामक रोग चिकित्सक डॉ. चंद्रकांत लहरिया ने कहा कि मंकीपॉक्स कोई नया वायरस नहीं है। उन्होंने कहा कि यह पांच दशकों से विश्व स्तर पर मौजूद है। इसके बारे में जानकारी उपलब्ध हैं।
तेलंगाना के कामारेड्डी जिले में विदेश से लौटे एक शख्स में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखे हैं। राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया कि मरीज को हैदराबाद के सरकारी ज्वर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह शख्स छह जुलाई को कुवैत से लौटा था और 20 जुलाई को उसे बुखार आया।
राज्य के जन स्वास्थ्य निदेशक जी श्रीनिवास राव ने बताया कि शख्स के शरीर पर 23 जुलाई को चकत्ते पड़ने लगे जिसके बाद उसे कामारेड्डी जिले के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। राव ने बताया कि निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर उसे कामारेड्डी जिले के सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया और वहां से मरीज को यहां ज्वर अस्पताल में लाया गया है।
मरीज के नमूने लेने के बाद उसे पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु संस्थान (एनआईवी) भेजा जाएगा और रिपोर्ट आने तक उसे पृथक वार्ड में रखा जाएगा। वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, हमने इस व्यक्ति के संपर्क में आए, छह लोगों की पहचान की है।
हालांकि उनमें किसी तरह का कोई लक्षण नहीं है और उन्हें भी पृथक रखा गया है। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव ने स्थिति की समीक्षा की है और उनके निर्देशों के आधार पर सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं।