मध्य प्रदेश में रेत की किल्लत जल्द खत्म हो जाएगी। बीते 6 महीने से रेत की कमी के चलते निर्माण कार्यों में परेशानी हो रही थी। सरकार ने नए टेंडर जारी कर दिए हैं। बताया जा रहा है दो से तीन माह में रेत निकलना शुरू हो जाएगी। वहीं, जिन खदानों को पर्यावरण की मंज़ूरी मिल गई है, उनमें रेत की ब्रिकी खदान आवंटित होने के बाद यानी नवंबर में ही शुरू हो जाएगी।
दरअसल, राज्य सरकार ने रेत खदानों के टेंडर जारी कर दिए हैं। जिलास्तर पर रेत खदानों के समूह को लेने के लिए ठेकेदार ई निविदा प्रक्रिया में 17 अक्टूबर से 8 नवंबर तक हिस्सा ले सकेंगे। निलामी के लिए सरकार ने प्रदेश में 43 समूह बनाए हैं। इन समूह के लिए 3.96 घनमीटर रेत की मात्रा निर्धारित की गई है। इन खदानों को तीन साल के लिए ठेकेदारों को आवंटित किया जाएगा। खदानों का आधार मूल्य 494.75 करोड़ रुपए तय किया गया है। तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद इन खदानों की फिर से निलामी की जाएगी।
निलामी से पहले ठेकेदारों से चर्चा करेगा विभाग
खदानों की निलामी से पहले विभाग ठेकेदारों से चर्चा करेगा। इस चर्चा में टेंडर प्रक्रिया या शर्तों को लेकर किसी को कोई आशंका या सवाल होने पर 15-16 अक्टूबर को विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर सकेंगे। इसके लिए विभाग के अधिकारी कलेक्टरों और आम जनता से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए सवाल के जवाब देंगे।