सत्ताधारी नेताओं की चिकित्सकों पर गुंडागर्दी……
चिकित्सकों ने प्रभारी मंत्री को सौंपा ज्ञापन
सरपंच पर हुई कार्यवाही, पुलिस ने दर्ज किया अपराध
देवास। सत्ता का सुख पाने के लिये कई राजनेता हर प्रकार की हदों को पार कर जाते हैं, जब सत्ता का सुख मिल जाता है, तो ऐसे राजनेता अपने मन माफिक कार्य करने में कोई कसर नहीं छोड़ते, उनके मन माफिक कार्य करने के लिये वे किसी भी हद तक जा सकते हैं, ऐसी राजनीति वर्तमान में लगातार जारी है। राजनीति करने वाले कुछ ऐसे भी नेता है, जो अपने दबंग इरादे प्रशासनिक अधिकारीयों को दबाने के लिये रखते हैं, जो समय आने पर शासकीय अधिकारी व कर्मचारीयों को अपशब्द कहकर भी अपनी बात मनवाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। ऐसा ही कुछ मामला सामने आया जहाँ शासकीय पद पर पदस्थ चिकित्सकों को भाजपा नेता ने अपशब्द कहते हुए शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की जिसके चलते चिकित्सकों ने नेता के खिलाफ आंदोलन छेड़ नेता के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिये जिला प्रभारी मंत्री को ज्ञापन दिया व कार्यवाही नहीं होने पर आपातकालीन सेवाऐं बंद कर दी गई है। इससे संपूर्ण जिले में भारी परेशानी बनी रहेगी, जिसका जिम्मेदार सत्तापक्षीय नेता होगा। जिला मुख्यालय पर इस विषय को लेकर जिलाधीश को अवगत कराया गया, किंतु उन्होनें चिकित्सकों की इस बात पर कोई चर्चा नहीं की जिससे चिकित्सक यूनियन भी अपनी नाराजगी प्रकट किये बैठा था, आखिरकार मंत्री जी ने मामले को जान कर कार्यवाही करवा दी, जिससे चिकित्सकों का गुस्सा भी शांत हुआ।
ये हुई थी घटना
जिले के कन्नौद सिविल अस्पताल में गत दिनों दोपहर करीब 2 बजे दुर्घटना में घायल व्यक्ति को 108 द्वारा लाया गया था। जहाँ उसकी अस्पताल लाने से पूर्व ही मौत हो गई थी, उक्त मरीज को जब सिविल अस्पताल के चिकित्सकों के समक्ष लाया गया तब वहाँ मौजूद चिकित्सक डॉ. अनिल धनगर ने जाँच कर पाया की उसकी मौत हो चुकी है, जिस पर चिकित्सक भी शव परिक्षण का कार्य कर ही रहे थे, की अचानक से कन्नौद अनुभाग के ग्र्राम कलवार के सरपंच व भाजपा नेता नरेन्द्र कांसल ने मौजूद चिकित्सक डॉ अनिल धनगर सहित अन्य चिकित्सकों के साथ गाली गलौच कर दुर्वव्यवहार किया एवं जान से मारने की धमकी दी, इस घटना के बाद शुक्रवार को ही समस्त चिकित्सक कन्नौद पुलिस थाने पर गया, जहाँ मौजूद थाना प्रभारी ने नेता पर कार्यवाही ना करते हुए केवल आवेदन लेकर चिकित्सकों को थाने से चलता कर दिया। घटना के 72 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके चलते सोमवार को देवास जिला पंचायत कार्यालय पर घटना के विरोध में समस्त डाक्टर्स लामबंद हुए और जिला प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र पटवा को ज्ञापन देकर पूरी घटना के बारे में अवगत कराते हुए कहा की अगर कार्यवाही नहीं हुई तो सामूहिक इस्तीफा भी देंगे। मंत्री पटवा ने दो घंटे में कार्यवाही का आश्वासन देकर उक्त घटना पर पुलिस अधीक्षक अंशुमान सिंह को कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे, जिसके चलते पुलिस ने उक्त सरपंच पर कार्यवाही करते हुए विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज किया है।
ये दिया ज्ञापन
दिनांक 18 मई को दोपहर करीब 2 बजे सिविल हास्पीटल में चिकित्सा अधिकारी व समस्त स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार गाली, गलोच करने तोड़-फोड़ करने व प्रशासनीक कार्य में बाधा डालना, एवं डॉ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत सरपंच व भाजपा नेता पर कार्यवाही करने के लिये जिला प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र पटवा, पुलिस अधीक्षक, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
इनका कहना :-
मेरे संज्ञान में मामला अभी आया है, चिकित्सकों को दो घंटे का समय दिया है जो भी विषय हुआ है, उस पर परिक्षण कराकर कलेक्टर, एसपी,एडीएम व एसडीएम से चर्चा कर क्या घटनाक्रम हुआ है, उसकी जाँच कराकर अगले दो घंटे के उपरांत उक्त विषय पर कार्यवाही कर दी जावेगी।
प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र पटवा
लगभग 72 घंटे के पूर्व एक शव को लाया गया था कन्नौद के अस्पताल में उसका पोस्टमार्टम करने के पूर्व मौजूद चिकित्सक डॉ अनिल धनगर ने पुलिस द्वारा औपचारिकता करने का निवेदन किया था, वहाँ उपस्थित सरपंच व भाजपा नेता द्वारा चिकित्सक के साथ धक्का मुक्की की गई, जान से मारने की धमकी दी गई, और ये कहा गया की मैं लाशें बिछा दूंगा, तुमको इस क्षेत्र में काम नहीं करने दूंगा। एक सरपंच के द्वारा कन्नौद चिकित्सालय में इस प्रकार के अपशब्द व धमकी देना वहाँ के कार्यरत कर्मचारीयों के लिये चिंता प्रकट करता है, चिकित्सकों को जान की चिंता है, और ऐसी स्थिती में हम लोग काम करने को तैयार नहीं है, कलेक्टर साहब को उक्त विषय के चलते उनके मोबाइल पर संदेश भेजे गये हैं, हम उनसे इस विषय को लेकर चर्चा करना चाह रहे हैं उक्त संदेश को 24 घंटे से अधिक समय हो गया है, जिसका उन्होनें कोई जवाब नहीं दिया है, मंत्री जी ने दो घंटे का आश्वासन दिया है, लेकिन जब तक उक्त सरपंच पर कार्यवाही नहीं होती, तब तक हम जिले में आपातकालीन सेवाऐं बंद कर रहे हैं। एडीएम ने कहा था की अभी बैठक चल रही है, हमें यहाँ ढाई घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
डॉ. महादेव असानी
महासचिव म.प्र. चिकित्सा अधिकारी
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