मध्य प्रदेशराजनीती

सांसद कविता बोलीं- धुएं के कारण मां की आंख में आंसू पीएम ने देखे हैं, इसलिए बनाई उज्ज्वला योजना

सार

प्रदेश महामंत्री एवं सांसद कविता पाटीदार ने प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में लिए गए दस सामाजिक संकल्प के बारे में बताया। कहा इन संकल्पों पर प्रदेश पहले से काम कर रहा है।

विस्तार

भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश महामंत्री एवं सांसद कविता पाटीदार ने ग्वालियर के अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मीडिया को प्रदेश कार्यसमिति बैठक में आए राजनीतिक प्रस्ताव की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने गरीबी में जीवन जीया है। उन्होंने अपनी मां की आंखों में रोटी बनाते समय धुएं के कारण आने वाले आंसू देखे हैं। देश की माताओं, बहनों की आंखों में इस तरह आंसू न आएं, इसलिए प्रधानमंत्री जी ने उज्ज्वला योजना जैसी अनूठी योजना बनाकर उन्हें धुंए से राहत दी है।

राजनैतिक प्रस्ताव के माध्यम से हम प्रधानमंत्री को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि आज 10 करोड़ से ज्यादा उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन देश की महिला शक्ति को मिले हैं। कांग्रेस गरीबी हटाओ का नारा देती थी, लेकिन कभी भी गरीबी हटाने का कोई प्रयास नहीं किया और न कोई योजना बनाई। मोदी जी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से चार करोड़ गरीबों को मकान दिए हैं। बीमारी की स्थिति में कोई गरीब इलाज से वंचित न हो और पैसे की कमी के कारण परिजनों की आंखों में आंसू न आएं, इसलिए मोदी जी ने आयुष्मान कार्ड बनाए हैं।
बेटियों के जन्म को उत्सव में बदला
पाटीदार ने कहा कि देश मे सबसे ज्यादा 3.61 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड मध्य प्रदेश में दिए गए हैं। पहले जब गरीब के घर में बेटी पैदा होती थी तो पिता के माथे पर चिंता की लकीरें आ जाती थीं, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिता की चिन्ता को दूर करके बेटियों के जन्म को उत्सव में बदल दिया है। अब बेटियां अभिशाप नहीं वरदान बन गई हैं। बेटियों की शादी करने के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना जैसी अनूठी योजना देकर प्रदेश की बेटियों को वरदान दिया है। प्रदेश में पांच लाख से ज्यादा बेटियों के हाथ पीले करने का काम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। चौहान ने बहनों को लाडली बहना योजना के माध्यम से एक हजार रुपये प्रतिमाह देकर सशक्त बनाने का काम किया है।

भारत का नेतृत्व सक्षम हाथों में है
कविता पाटीदार ने कहा कि हमने कोरोना की विषम परिस्थितियां भी देखी हैं। इस महामारी में कई देशों की अर्थव्यवस्था को लड़खड़ाते देखा है, लेकिन भारत का नेतृत्व सक्षम हाथों में है। इसलिए देश में कोरोना से लड़ाई के लिए वैक्सीन भी तैयार की गयी और देश की अर्थव्यवस्था भी नहीं बिगड़ी। प्रधानमंत्री जी ने देश की जनता को वैक्सीन देकर उनके जीवन को सुरक्षा कवच दिया है। कोरोनाकाल में गरीबों की चिंता से मोदी जी व्यथित थे। उन्होंने सेवा का महाअभियान चलाकर गरीबों को राशन देने का काम किया। कोरोना की विषम परिस्थिति में मोदी जी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यों को लेकर प्रस्ताव में धन्यवाद दिया है।

पाटीदार ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में प्रदेश अंधकार में डूबा रहता था, आज प्रदेश बिजली के मामले में सरप्लस हो गया है। मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही सड़कें गढ्ढे से भरी होती थीं, जिससे पता चल जाता था अब मध्य प्रदेश आ गया है। आज भाजपा सरकार और शिवराज जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में सड़कों का जाल बिछ गया है। प्रदेश में चारों ओर विकास हो रहा है। आज चल रही प्रदेश कार्यसमिति बैठक से हम सभी विजय का सकल्प लेकर जाएंगे और आने वाला विधानसभा चुनाव विकसित भारत की बुनियाद को मजबूत करने वाला चुनाव होगा।

दस सामाजिक संकल्प लिए गए हैं
कविता पाटीदार ने कहा कि कार्यसमिति बैठक में 10 सामाजिक संकल्प लिए गए हैं और उन पर हमारा प्रदेश पहले से काम कर रहा है। पहली सामाजिक क्रांति भूमि और आवास, दूसरी महिला सशक्तिकरण और तीसरी किसानों के कल्याण की क्रांन्ति है। भाजपा की सरकार जो कहती है वो करके दिखाती है। चौथी सामाजिक क्रांन्ति है कमजोर वर्ग के कल्याण की,  जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना से बल मिला है। पांचवीं सामाजिक क्रान्ति है कौशल और रोजगार की गारन्टी, जिसका अवसर प्रदेश के युवाओं को प्राप्त हुआ है। छठी सामाजिक क्रान्ति गरीब कल्याण की क्रान्ति, सातवीं सामाजिक क्रांन्ति है शिक्षा की क्रांन्ति, आठवीं सामाजिक क्रांन्ति स्वास्थ्य की क्रान्ति, नौवी सामाजिक क्रांन्ति सांस्कृतिक अभ्युदय की क्रान्ति है और दसवीं सामाजिक क्रान्ति है सुशासन की क्रान्ति। प्रधानमंत्री मोदी जी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश और देश में सुशासन की स्थापना हो रही है। हम तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। दुनिया में देश का सम्मान बढ़ा है। मध्य प्रदेश बीमारू राज्यों की श्रेणी से निकलकर आज तेजी से विकास के पथ पर कदम बढ़ा रहा है।