संविधान एक पवित्र ग्रन्थ है – प्रवीण कुमार देवलेकर

लेख समाचारलाइन | भारतीय संविधान इस देश के सभी धर्मावलंबियों का ग्रंथ कहा जा सकता है। हमारी धार्मिक संस्कृतियां अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन हमारी रा

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