चीन में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि विषाणु संक्रमण के 1,300 नए मामले सामने आए हैं। इस संक्रमण के केंद्र मध्य हुबेई प्रांत के स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि विषाणु संक्रमण के कारण और 24 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि और 1,291 लोग इस संक्रमण से ग्रसित पाए गए हैं जिसके साथ ही देश भर में कोरोनावायरस संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 4,000 से अधिक हो गई है।
सोमवार को दक्षिणी मुंबई के रहने वाले एक 36 वर्षीय व्यक्ति को कोरोनावायरस का संदिग्ध रोगी मानकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी तरह चीन से लौटी बिहार के छपरा की रहने वाली एक लड़की का संदिग्ध रोगी मानकर पटना मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। उसमें कोरोना वायरस जैसे लक्षण मिले हैं।राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक संदिग्ध रोगी मिला है। इसका इलाज एसएमएस अस्पताल में चल रहा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि युवक चीन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर लौटा है। इसके अलावा राज्य के चार जिलों में 18 लोगों की अगले 28 दिनों तक निगरानी की जा रही है जो हाल ही चीन से राजस्थान लौटे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अब तक 155 फ्लाइट से आने वाले 33,552 यात्रियों की जांच हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि कोरोनावायरस को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करना जल्दबाजी होगी।केंद्र सरकार ने सोमवार को चीन के वुहान शहर में फंसे लोगों को वापस लाने का फैसला किया है। यहां फंसे लोगों की संख्या करीब 250 है जिनमें अधिकतर भारतीय छात्र हैं। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई बैठक में ये फैसला लिया गया। इसके साथ ही कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की गई।
एक अधिकारी की मानें तो विदेश मंत्रालय जल्द ही चीन के अधिकारियों से बात कर वुहान में फंसे भारतीय छात्रों और अन्य लोगों की वापसी की बात करेगा। मालूम हो कि वुहान समेत कुल 12 शहरों को चीन ने वायरस के खौफ में सील कर दिया है।
वहीं भारत सरकार का जहाज रानी मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों पर चीन से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग शुरू कर सकता है जिससे देश के भीतर इस वायरस को फैलने से रोका जा सके। इसी तरह चीन से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के साथ नेपाल सीमा पर भी स्क्रीनिंग की व्यवस्था शुरू होगी।