मध्य प्रदेश

MP का सियासी ड्रामा: वापस लौटे MLA की सफाई- बीमार बहू को देखने गया था दिल्ली

भोपाल. मध्य प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री गोविन्द सिंह ने दावा किया है कि सभी लापता विधायक मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) के संपर्क में हैं. कुछ विधायक वापस आ गए हैं, कुछ शुक्रवार को लौटेंगे. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी (BJP) ने हरियाणा पुलिस की मदद से सभी विधायकों को बंधक बनाया था. सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर विश्वास जताया है. वहीं, वापस लौटे विधायकों ने अपने अलग-अलग तर्क दिए हैं.

वापस लौटे विधायकों में से एक एंदल सिंह कंसाना ने अपनी सफाई देते हुए कहा

‘मैं नाराज नहीं हूं, मेरी बहू बीमार है उसे देखने दिल्ली गया था. मुझे कोई ऑफर नहीं दिया गया है’
‘हम लोकतंत्र बचाने के लिए गए थे दिल्ली’ भिंड से बीएसपी विधायक संजीव कुशवाहा ने कहा कि वह दिल्ली में बीजेपी के किसी नेता से नहीं मिले हैं. उन्होंने साफ कहा, ‘मैं कमलनाथ सरकार के साथ खड़ा हूं.’ मुख्यमंत्री निवास से बाहर निकले उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने मीडिया से कहा कि शिवराज लोकतंत्र की हत्या कर रहे थे. हम सब लोग लोकतंत्र को बचाने के लिए दिल्ली पहुंचे थे. हमारी पार्टी में कोई नाराज नहीं है. हम सब दिल्ली से एक साथ वापस आए हैं. बीजेपी जब भी ऐसा करेगी उसे माकूल जवाब दिया जाएगा.


कांग्रेस में सब ‘ऑल इज वेल’ का दावा

साथ ही दावा किया कि चारों लापता विधायकों की सीएम कमलनाथ बात से बात हुई है. चारों विधायक दिग्विजय सिंह और मुख्यमंत्री कमलनाथ के संपर्क में हैं, शुक्रवार शाम तक लौटेंगे. छह विधायक जो अभी सीएम हाउस में थे वह सरकार के साथ हैं. बीजेपी ने हरियाणा पुलिस की मदद से उन्हें बधंक बनाए रखा था. भाजपा नेताओं के साथ दिल्ली गए कांग्रेस विधायक एंदल सिंह कंसाना ने व्यक्तिगत कारण बताया. वहीं, मंत्री तरुण भनौत ने भी पार्टी में सब ‘ऑल इज वेल’ बताया. उन्‍होंने कहा की सभी कांग्रेस पार्टी के साथ हैं. एक अन्‍य विधायक राजेश शुक्ला ने कहा, ‘मुझे किडनैप करे ऐसा कोई नहीं है. हम काम से गए थे.’