आर्थिक संकट में फंसे यस बैंक को बचाने के लिए सरकार ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) को आगे किया है.
यस बैंक के शेयर में आई 25 फीसदी तक की तेजी
मार्केट कैप फिर से 9 हजार करोड़ के पार पहुंचा
अगर सबकुछ ठीक रहा तो आर्थिक संकट में फंसे यस बैंक में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI की हिस्सेदारी होगी. ये दावा ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में किया गया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार ने एसबीआई से यस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए कहा है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि यस बैंक का आर्थिक संकट खत्म हो सकता है. हालांकि, अभी तक एसबीआई और यस बैंक की ओर से आधिकारिक बयान नहीं आया है.
बहरहाल, ये खबर ऐसे समय में आई है जब हाल ही में एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने एक इंटरव्यू में कहा था कि यस बैंक विफल नहीं होगा. उन्होंने कहा था कि यह एक अहम बैंक है. इसका विफल होना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा नहीं होगा.मुझे भरोसा है कि कुछ समाधान जरूर निकलेगा.
शेयर में आई तेजी
इस खबर की वजह से कारोबार के दौरान यस बैंक के शेयर में करीब 25 फीसदी तक की तेजी आ गई. दोपहर बाद यस बैंक का शेयर 35 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था. इससे एक दिन पहले 29.30 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. वहीं बैंक का मार्केट कैप एक बार फिर 9 हजार करोड़ के पार पहुंच गया है.
तीमाही नतीजों में होगी देरी
बीते दिनों यस बैंक ने कहा था कि उसके चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी करने में देरी होगी. बैंक के मुताबिक उसका प्रबंधन इस समय फंड जुटाने की प्रक्रिया में व्यस्त है. ऐसे में तीसरी तिमाही के परिणाम 15 मार्च तक आने की उम्मीद है.
वहीं आगामी 27 मार्च से नेशनल शेयर बाजार (एनएसई) के प्रमुख इंडेक्स ‘निफ्टी 50’ से यस बैंक बाहर हो जाएगा और इसकी जगह श्री सीमेंट लेगी. इस सूची में टॉप 50 परफॉर्मर कंपनियां होती हैं. इस सूची में अकसर बदलाव होता रहता है. इसमें वही कंपनियां शामिल होती हैं जिनके परफॉर्मेंस और मार्केट कैप में सुधार होता है.