देश

Yes Bank: ओडिशा सरकार की केंद्र को चिट्ठी- जगन्नाथ पुरी का 545 करोड़ निकालने दें

ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर के ट्रस्ट का करीब 545 करोड़ रुपये येस बैंक में जमा है. ऐसे में राज्य सरकार ने अपील की है कि केंद्र RBI को निर्देश देकर उन्हें ये पैसा निकालने दें.

येस बैंक में जमा जगन्नाथ मंदिर का पैसा

मंदिर के ट्रस्ट का 545 करोड़ रुपये जमा

राज्य सरकार ने केंद्र को लिखी चिट्ठी

येस बैंक पर आए संकट से आम लोगों से लेकर खास तक परेशान है. सरकार इस मामले में एक्टिव हुई है और एजेंसियों की जांच-पड़ताल शुरू हो गई है. येस बैंक में लोगों के पैसे जमा हैं और इनमें ओडिशा के मशहूर जगन्नाथ पुरी मंदिर के ट्रस्ट का पैसा भी है. ओडिशा सरकार की ओर से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक चिट्ठी लिखी गई है, जिसमें अपील की गई है कि बैंक में मंदिर के जमा 545 करोड़ रुपये निकालने की इजाजत दी जाए.

ओडिशा सरकार में वित्त मंत्री निरंजन पुजारी ने इस मामले में केंद्र को चिट्ठी लिखी है. जिसमें अपील की गई है कि केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को निर्देश दे कि जगन्नाथ पुरी ट्रस्ट को उसका पैसा निकालने दिया जाए.

चिट्ठी के मुताबिक, जगन्नाथ पुरी का फंड श्री जगन्नाथ टेंपल एडमिनिस्ट्रेशन के नाम से मैनेज किया जाता है. सभी फंड को मिलाकर कुल 545 करोड़ रुपये येस बैंक में जमा है. ये फंड इसी महीने मैच्योर हो रहा है. राज्य के मंत्री का कहना है कि मंदिर का ट्रस्ट राज्य सरकार के द्वारा बनाए गए एक एक्ट के तहत काम करता है, ऐसे में भक्तों के पैसे का ध्यान रखना चाहिए.

गौरतलब है कि यस बैंक पर आर्थिक संकट आने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक कैप लगा दिया था. जिसमें एक ग्राहक महीनेभर में सिर्फ 50 हजार रुपये निकाल सकते हैं.

ओडिशा में गर्माई राजनीति

जगन्नाथ पुरी के फंड को लेकर ओडिशा में राजनीति गर्मा गई है. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस की ओर से राज्य की BJD सरकार पर निशाना साधा जा रहा है और अपील की जा रही है जिसमें 545 करोड़ रुपये निकलवाने के लिए एक्शन की मांग हो रही है.

बीजेपी नेता पृथ्वीराज ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि पहले तय हुआ था ट्रस्ट का पैसा 25 बैंक में जमा होगा, उसमें येस बैंक नहीं था. लेकिन बाद में येस बैंक को कैसे जोड़ा गया, इसका जवाब देना चाहिए.