उज्जैनदेवासभोपालमध्य प्रदेश

पारंपरिक रंगपंचमी का त्यौहार उल्लास पूर्वक बना डीजे की धून पर कालोनियों में युवाओ की टोली थिरके


देवास। शहर में पारंपरिक दृष्टि से रंगपंचमी मनाई जाती है। यहां पर होली के स्थान पर रंगपंचमी को ज्यादा महत्व दिया जाता है। छोटे हो या बड़े सभी लोग एक जुट होकर पंचमी का त्यौहार मनाते हैं। इसी के चलते संपूर्ण शहर में रंगों की टोलियां निकली तो कहीं सामाजिक गैर शहर के प्रमुख मार्गों पर निकली वहीं प्रशासनिक अधिकारीयों ने भी अपने अंदाज में होली खेल कर रंगपंचमी मनाई।
प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी रंगपंचमी पर्व पर उल्लास दिखाई दिया। कुछ युवा अपने परिवार के साथ देवास से बाहर तो कुछ खेतों पर पार्टी करने के लिए पहुंचे थे। शहर में रंगपंचमी के अवसर पर जगह-जगह उत्साह का माहौल है वही कालोनियों में महिला बच्चों पुरुषों सहित रंगपंचमी मनाई गई। वही शहर में जवाहर चौक से फाग रैली के रूप में शुरू हुई जो विभिन्न मार्गो से होते हुए खेडापति मंदिर पर समापन हुई। इसके साथ ही पुलिस विभाग की सक्रियता भी देखने को मिली जहां शहर के प्रत्येक सर्वाजनिक क्षेत्र पर पुलिस की एक छोटी टुकड़ी मय जवानों के साथ सुरक्षा की दृष्टि के साथ खड़ी हुई थी। सुरक्षा के मद्देनजर भी पुलिस अधीक्षक के साथ नगर पुलिस अधीक्षक लगातार पेट्रोलिंग कर रहे थे।
जमकर थिरके….
डीजे की धून पर कालोनियों में युवाओ की टोली डीजे की ताल पर भी खूब थिरके। शहर में कई अन्य स्थानों पर भी रंगपंचमी पर उल्लास देखने को मिला जहाँ कई रहवासी क्षेत्रों में रंगपंचमी पर सहपरिवार लोगों ने जमकर रंग उड़ाया। कालोनीयों में महिलाओं व बच्चों ने होली खेलकर एक दूसरे को रंग लगाया। कई कालोनीयों में महीलाओं व बच्चों ने होली खेलते हुए डीजे की ताल पर, तो कहीं ढोलक की ताल पर अपने ढंग से होली पर्व मनाया
कोरोना वायरस का असर रहा
वैसे तो देवास में प्रतिवर्ष रंगपंचमी लोगों द्वारा उत्साह व उल्लास से मनाते आये है वही इस कोरोना वायरस के कारण शहर की कई क्षैत्रों सहित कालोनियों में रंग गुलाल का उत्साह फीका देखने को भी मिला । वही लोगों से जब रंगपंचमी पर्वके उत्साह को लेकर बातचीत की गई तो लोगों का कहना था कि कोरोना वायरस के डर भी लोगों का सता रहा था लेकिन यह पर्व साल में एक बार आता है इसलिये पक्के कलर की जगह गुलाल व अंबीर के साथ कच्चे कलर से खेलने का तन बनाया और पर्व को उत्साह से मनाया। साथ ही वहीं पिछले दिनों जिला प्रशासन ने परिक्षाओं के चलते डीजे पर प्रतिबंध लगा दिया था, इसका भी खासा असर शहर में देखने को मिला।