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हेल्थ इमरजेंसी-लॉकडाउन या कुछ और? कोरोना पर PM मोदी के संबोधन से लग रहीं ये अटकलें

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार तेजी हो रही है. अबतक इस वायरस की वजह से 3 मौत हो गई हैं. आज इसी मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे.

भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़े आज राष्ट्र को संबोधित करेंगे पीएम मोदी कोरोना से निपटने पर कर सकते हैं ऐलान

कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते हुए मामलों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे. भारत में अबतक कोरोना वायरस के कुल 170 पॉजिटिव मामले आ चुके हैं और तीन लोगों की मौत हो गई है. साथ ही लोगों में डर का माहौल बना हुआ है, हर तरफ हलचल है. ऐसे में प्रधानमंत्री आज अपने संबोधन में क्या कहते हैं, हर किसी की इसपर नज़र है. क्या प्रधानमंत्री कुछ बड़ा ऐलान करेंगे और लोगों से घरों में रहने की अपील करेंगे, इस तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं.

कोरोना पर मोदी ने की बड़ी बैठक, आज करेंगे संबोधन

बुधवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस (COVID-19) पर बड़ी बैठक की. इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, इस दौरान देश में अस्पतालों की व्यवस्था, सैंपल चेकिंग सेंटर, सभी यात्रियों को लेकर चर्चा हुई. इसी के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि गुरुवार रात 8 बजे प्रधानमंत्री देश को संबोधित करेंगे. बता दें कि इसके पहले प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के वक्त, स्पेस मिसाइल लॉन्च होने के वक्त भी देश को संबोधित किया था.

नेशनल इमरजेंसी-लॉकडाउन या फिर कुछ और?

जब से देश में कोरोना वायरस के मामले सामने आने लगे हैं, एक्सपर्ट से लेकर सरकार तक यही सलाह दे रही है कि आप अपने घरों में रहें. लोगों से दूर रहें, भीड़ वाले इलाकों में ना जाएं. इसका असर कई राज्यों में दिखा भी है और स्कूल-कॉलेज-मॉल-सिनेमा हॉल बंद कर दिया गया है. हालांकि, ये सब अभी तक सीमित दर्जे पर हुआ है, ऐसे में क्या प्रधानमंत्री अपने संबोधन में लोगों से लॉकडाउन की अपील कर सकते हैं.

अगर प्रधानमंत्री खुद लॉकडाउन का ऐलान करते हैं और लोगों से सावधान रहने की अपील करते हैं, तो उनकी बात एक बड़े तबके तक पहुंचेगी. और लोग इस कोरोना वायरस के खतरे को लेकर गंभीर हो सकेंगे. इसके अलावा इस महामारी को देखते हुए नेशनल इमरजेंसी या हेल्थ इमरजेंसी जैसी स्थिति का भी उपयोग किया जा सकता है.

क्या अमेरिका जैसा फैसला लेंगे प्रधानमंत्री?

अमेरिका में भी कोरोना वायरस की वजह से 8000 से अधिक पॉजिटिव केस सामने आए हैं, 100 से अधिक की मौत हो गई है. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस की स्थिति को नेशनल इमरजेंसी घोषित कर दिया था, साथ ही लोगों से बाहर ना निकलने-एक स्थान पर 10 से अधिक लोग इकट्ठे ना होने की अपील की थी.

इतना ही नहीं अमेरिका ने अपने बॉर्डरों को सील किया, यूरोप से आने वाले लोगों (ब्रिटेन छोड़कर) पर प्रतिबंध लगा दिया. ऐसे में क्या कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत में भी कुछ ऐसा उपाय किया जा सकता है, ये अब पीएम के भाषण के बाद ही साफ हो पाएगा.

चंडीगढ़ में कोरोना का पहला पॉजिटिव केस, मरीजों की संख्या हुई 172

भारत में अभी तक क्या फैसले लिए गए?

गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के अबतक 170 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हो चुकी है. केंद्र सरकार की ओर से विदेश से आने वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग, 15 अप्रैल तक नए वीज़ा पर रोक, कुछ चिन्हित देशों के नागरिकों की एंट्री पर रोक जैसे फैसले लिए हैं, ताकि कोरोना को फैलने से रोका जा सके.

इसके अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश समेत दर्जनभर से अधिक राज्यों ने अपने यहां स्कूल-कॉलेज को बंद किया है. कुछ राज्यों में मॉल, सिनेमा हॉल, सार्वजनिक सभाओं, रैली, राजनीतिक कार्यक्रम पर भी रोक लगा दी गई है.