मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस्तीफे के ऐलान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रदेश सरकार इस रास्ते से भटक गई थी. सच्चाई की फिर विजय हुई है. सत्यमेव जयते. वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा कि सत्यमेव जयते.
कमलनाथ ने दिया मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
विधायकों के इस्तीफे के बाद अल्पमत में थी सरकार
मध्य प्रदेश से कमलनाथ सरकार की विदाई हो गई है. 17 दिन के सियासी नाटक के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. कमलनाथ सरकार की विदाई पर कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ये जनता की जीत है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मध्य प्रदेश में आज जनता की जीत हुई है. मेरा सदैव ये मानना रहा है कि राजनीति जनसेवा का माध्यम होना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार इस रास्ते से भटक गई थी. सच्चाई की फिर विजय हुई है. सत्यमेव जयते.’
मध्य प्रदेश में आज जनता की जीत हुई है। मेरा सदैव ये मानना रहा है कि राजनीति जनसेवा का माध्यम होना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार इस रास्ते से भटक गई थी। सच्चाई की फिर विजय हुई है। सत्यमेवजयते।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 20, 2020
कमलनाथ ने दिया इस्तीफा
सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट कराने के आदेश के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज यानी शुक्रवार को इस्तीफे का ऐलान किया था. उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल लालजी टंडन कौ सौंप दिया है. इस्तीफा देने से पहले कमलनाथ ने बीजेपी पर 22 कांग्रेस विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाया.
बीजेपी ने महाराज के साथ मिलकर रची साजिश
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि बीजेपी की ओर से विधायकों को पैसे के दम पर ले जाया गया, उनका इस्तीफा दिलवाया गया. बीजेपी पहले दिन से ही उनकी सरकार गिरवाना चाहती थी. करोड़ों रुपये खर्च कर खेल खेला जा रहा है. एक महाराज और उनके 22 साथियों के साथ मिलकर साजिश रची गई.
क्या फिर से सीएम बनेंगे शिवराज सिंह चौहान?
कमलनाथ सरकार की विदाई के बाद अब सवाल है कि शिवराज सिंह चौहान फिर से प्रदेश की बागडोर संभालेंगे या नहीं? हालांकि, बीजेपी विधायक दल की बैठक में यह फैसला होगा कि शिवराज फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं, लेकिन उससे पहले आज शाम 7 बजे शिवराज ने सभी विधायकों को डिनर पर बुलाया है. माना जा रहा है कि शिवराज पर एक बार फिर शीर्ष नेतृत्व भरोसा जता सकता है.