विदेश

24 घंटे में बदले ट्रंप के सुर, अब बोले- भारत ने अपने लिए रोकी थी दवाई, मोदी ने की मदद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ताजा बयान में भारत की तारीफ की है. एक दिन पहले उन्होंने दवाई की सप्लाई को लेकर कहा था कि अगर भारत ऐसा नहीं करता है तो वह कड़ा कदम उठाएंगे.

24 घंटे में बदले डोनाल्ड ट्रंप के सुर

संकट में भारत ने की मदद: डोनाल्ड ट्रंप

कल दिया था धमकी भरा बयान

कोरोना संकट से जूझ रहे अमेरिका ने बीते दिनों भारत से मदद मांगी थी. इस मदद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का धमकी भरा एक बयान सामने आया था, लेकिन अब 24 घंटे में ही उनके सुर पूरी तरह से बदले हुए दिख रहे हैं. हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने अब कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मसले पर उनकी मदद की, वह काफी शानदार हैं.

हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के मसले पर अमेरिकी न्यूज़ चैनल फॉक्स न्यूज़ से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ हुए पूरे विवाद पर बात की. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम विदेश से कई सारी दवाईयां मंगवा रहे हैं, इसको लेकर मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात की क्योंकि भारत से भी काफी दवाई आ रही हैं.

डोनाल्ड ट्रंप ने इस बातचीत में कहा कि मैंने पीएम मोदी से पूछा कि क्या वो दवाई देंगे? वो शानदार थे. भारत ने अपनी जरूरत के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई के निर्यात पर रोक लगाई थी, लेकिन वो सही है.

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने बीते दिन अपने एक बयान में कहा था कि अगर भारत हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई नहीं करता है, तो वह उनपर जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं. जिसके बाद भारत में इस बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था. विपक्षी पार्टियों की तरफ से सरकार पर अमेरिका के दबाव में काम ना करने को कहा गया था.

इस मसले पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इसपर काफी लोग बहुत कुछ कह रहे हैं, लेकिन वह इसकी परवाह नहीं करते हैं. क्योंकि यहां पर लोगों की जान बचाने का मामला है.

भारत ने दे दी है दवाई सप्लाई की मंजूरी

गौरतलब है कि जब डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर बवाल हुआ तो विदेश मंत्रालय की ओर से जवाब दिया गया कि हमारी प्राथमिकता अपने देश में भरपूर स्टॉक रखना है, लेकिन उसके बाद जिन देशों में कोरोना वायरस सबसे ज्यादा घातक हुआ है वहां पर चिन्हित दवाईयों को भेजा जाएगा. इसके बाद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का बयान आया था कि राज्य की तीन कंपनियां अमेरिका को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की सप्लाई करेंगी.