इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते विश्व की सबसे लुभावनी टी-20 लीग को अनिश्चित काल के लिए निलंबित रखा गया है.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते विश्व की सबसे लुभावनी टी-20 लीग को अनिश्चित काल के लिए निलंबित रखा गया है. आईपीएल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 29 मार्च से 24 मई के बीच आयोजित किया जाना था. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) चीजें सामान्य होने के बाद ही इसका आयोजन करेगा.
— Brendon McCullum (@Bazmccullum) April 18, 2020
12 साल पहले आज ही आईपीएल की धमाकेदार शुरुआत हुई…
आईपीएल के इतिहास में 18 अप्रैल बेहद खास है. आज के ही दिन 2008 में बेंगलुरु में इसकी शुरुआत हुई थी. उद्घाटन सत्र का पहला मैच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच खेला गया था. पहले ही मैच में केकेआर के ओपनर ब्रैंडन मैक्कुलम ने महज 73 गेंदों में नाबाद 158 रनों की धुआंधार पारी खेली थी.
शुरुआती मैच में सौरव गांगुली की कप्तानी वाली कोलकाता की टीम ने बेंगलुरु को 140 रनों से करारी शिकस्त दी थी. उस वक्त बेंगलुरु की कप्तानी राहुल द्रविड़ कर रहे थे. कीवी धुरंधर मैक्कुलम के बल्ले से 13 छक्के और 10 चौके निकले थे और वह आईपीएल के पहले ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे.
मैक्कुलम ने माना- 158 रनों की पारी ने मेरी पूरी जिंदगी बदल दी
केकेआर के मौजूदा हेड कोच मैक्कुलम ने स्टार स्पोर्ट्स शो- ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में माना, ‘158 रनों की पारी ने मेरी पूरी जिंदगी बदल दी थी. मुझे सही से याद नहीं कि लोगों ने मुझसे उस पारी के बाद क्या-क्या कहा था. हां, लेकिन मुझे अपने कप्तान सौरव गांगुली का कमेंट अच्छे से याद है, उन्होंने मुझसे कहा था- तुम्हारी जिंदगी इस पारी से हमेशा के लिए बदल गई है …और मैं उनकी इस बात से शत प्रतिशत सहमत हूं.’
शुरुआत के बाद ही लोकप्रियता के शीर्ष पर आईपीएल…
टूर्नामेंट की धमाकेदार शुरुआत ने क्रिकेट फैंस को इस प्रारूप का दीवाना बना दिया. लोगों का रुझान क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट की ओर इस कदर बढ़ा कि यह लोकप्रियता के शीर्ष पर जा पहुंचा. आईपीएल ललित मोदी की सोच थी. ग्लैमर और चकाचौंध के तड़के के बीच इस लीग में इतना पैसा बरसा कि दुनिया देखती ही रह गई.
भारत में तो आईपीएल हिट, लेकिन विवाद भी साथ-साथ
हर खेल इस आईपीएल के मॉडल को अपनाने की कोशिश में लग गया. 2008 से 2010 तक पहले तीन सीजन तक ललित मोदी आईपीएल के चेयरमैन और कमिश्नर रहे. आईपीएल 2010 फाइनल के बाद उन्हें बीसीसीआई से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. ललित मोदी पर पैसे की हेराफेरी सहित कई आरोप लगे थे.
– स्पॉट फिक्सिंग के जिन्न की हुई एंट्री …
भारत में आईपीएल के मुकाबले तो हिट हो गए, लेकिन दूसरी तरफ कई विवादों में भी यह लीग घिरी रही. सबसे बड़ा विवाद 2013 में सामने आया, जब राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों पर स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगाया गया था. और उस समय BCCI के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद को अवैध सट्टेबाजी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.