इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शाहिद और 16 विदेशी जमातियों समेत कुल 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. विदेशियों की गिरफ्तारी फॉरेनर्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में की गई है, जबकि प्रोफेसर शाहिद को जमातियों को चोरी-छिपे शहर में शरण दिलाने के आरोप और महामारी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किया गया है.
छिपे जमातियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
शरण देने वालों को भी किया गया गिरफ्तार
कोरोना का जमात कनेक्शन सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई जारी है. हर जिले में जमातियों की तलाश की जा रही है और उन्हें क्वारनटीन किया जा रहा है. इसके साथ ही छिपे हुए जमातियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. प्रयागराज में भी छिपे हुए जमातियों और उन्हें छिपाने वाले प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया गया है.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शाहिद और 16 विदेशी जमातियों समेत कुल 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. विदेशियों की गिरफ्तारी फॉरेनर्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में की गई है, जबकि प्रोफेसर शाहिद को जमातियों को चोरी-छिपे शहर में शरण दिलाने के आरोप और महामारी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किया गया है.
क्या है मामला
दरअसल, पुलिस की ओर से बार-बार तबलीगी जमात से लौटे जमातियों को सामने आने और क्वारनटीन होने की अपील की जा रही थी. इसके बावजूद प्रयागराज में कई जमाती छिपे थे. इस बाबत पुलिस ने विदेशी नागरिकों और उनके शरणदाताओं के खिलाफ करैली ,शिवकुटी और शाहगंज थाने में दर्ज मुकदमा दर्ज किया था.
मंगलवार को शाहगंज पुलिस ने सात विदेशियों समेत 17 को गिरफ्तार किया. इसके अलावा करैली पुलिस ने 9 विदेशी समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, शिवकुटी पुलिस ने प्रोफेसर शाहिद को गिरफ्तार किया है. प्रयागराज पुलिस की ओर से अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना के 1184 मामले
उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस के 1184 मामले सामने आ चुके हैं. इसमें से 18 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 140 लोग ठीक हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश के अधिकतर मामलों का कनेक्शन तबलीगी जमात से है. इस वजह से सीएम योगी आदित्यनाथ ने जमातियों को क्वारनटीन करने का निर्देश दिया था. इसके बावजूद कई जमाती छिपे थे. इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.