एक नए विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि कोविड-19 के कारण सहारा-अफ्रीका के 41 देशों में मलेरिया के खिलाफ अभियान में अड़चन आने का खतरा है. हालत और ज्यादा खराब हुये तो सब-सहारा अफ्रीका के देशों में मलेरिया से मौतों की संख्या दोगुनी तक बढ़ सकती है.
कई देशों में अन्य बीमारियों की वैक्सीन की घोर कमी कोरोना के चलते बॉर्डर बंद, स्वास्थ्य सेवाएं धीमी पड़ीं
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेडरॉस अधनॉम ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी खत्म होने में वक्त लगेगा. महामारी को देखते हुए उन्होंने बच्चों को लेकर चिंता जताई. टेडरॉस अधनॉम ने कहा, कोविड-19 से मौत की संख्या बढ़ रही है. महामारी का असर अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है, जिसे लेकर WHO बहुत चिंतित है, खासकर बच्चों को लेकर. बच्चों पर भले अभी कोविड-19 की बीमारी और मौत का खतरा कम है लेकिन अन्य बीमारियों का खतरा बहुत है. इसे वैक्सीन के जरिये रोका जा सकता है.
WHO प्रमुख ने कहा, जीएवीआई ग्लोबल नाम के वैक्सीन एलायंस का अनुमान है कि 21 देश ऐसे हैं जो वैक्सीन की कमी की शिकायत कर रहे हैं क्योंकि कोरोना के चलते बॉर्डर बंद हैं और परिवहन का कोई साधन भी उपलब्ध नहीं है. एक नए विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि कोविड-19 के कारण सहारा-अफ्रीका के 41 देशों में मलेरिया के खिलाफ अभियान में अड़चन आने का खतरा है. हालत और ज्यादा खराब हुये तो सब-सहारा अफ्रीका के देशों में मलेरिया से मौतों की संख्या दोगुनी तक बढ़ सकती है.
यूरोप के देशों में कोरोना मरीजों की संख्या कुछ घटी है जिसे देखते हुए लॉकडाउन में नरमी बरती जा रही है लेकिन इन देशों से अपील है कि वे मरीजों का पता लगाएं, टेस्ट करें और उनके एक-एक संपर्क का पता लगाएं ताकि मरीजों की संख्या और घटाई जा सके. हालांकि यह महामारी अभी दूर होने में वक्त लगेगा. अफ्रीका, पूर्वी यूरोप, लैटिन अमेरिका और एशियाई देशों में महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए WHO ज्यादा चिंतित है.