देवास मध्यप्रदेश
अमित बागलीकर
मोब- 9039900559
संकट के बीच मध्य प्रदेश की अनाज मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग का नही रखा जा रहा है ध्यान…..
किसानों का थर्मल मशीन से स्केनिग ओर सेनेटरराइज से
हो रहा परीक्षण…..
मंडी में प्रतिदिन मात्र 100 किसानों की फसलों की हो रही खरीद……
देवास। कोरोना वायरस का साइड इफेक्ट अब अनाज मंडियों में देखने को मिल रहा है। कोविड 19 महामारी को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है कि मंडियों में फसलों की खरीद सीमित रूप से की जाए। प्रदेश सरकार द्वारा गेंहू की खरीद 20 अप्रैल से शुरू कर दी गई ।
मंडी में प्रतिदिन मात्र 100 किसानों की फसलों की खरीद हो रही है। फसलों की खरीद रविवार को भी हो रही है मंडी सचिव ने इस बाबत सभी आढ़तियों को दिशा निर्देश भी जारी किये है
खेतों में में किसानों की फसल पककर तैयार हो चुकी है, लेकिन कोरोना के चलते इस बार मंडी में आने वाली फसल को लेकर सरकार द्वारा कुछ बदलाव किए गए हैं, जिसके तहत अब प्रतिदिन मंडी में केवल 100 किसानों की फसल की खरीद ही हो रही है।
मंडी में प्रतिदिन 100 किसानों की फसल की खरीद सुबह 8 बजे से 2 बजे तक की जा रही है ताकि मंडी में ज्यादा भीड़भाड़ न जुट सके। इसके लिए सभी आढ़तियों को भी मंडी ने दिशा निर्देशों दिए गए है। वही मंडी के व्यापारियों बताया की किसानों द्वारा अपनी फसल सीधे मंडी में लेकर आ रहे है इसके साथ ही मंडी में सौदा पत्रक के आधार के साथ सरकारी मूल्य पर फसलो को बेचा जा रहा है। जिसे
मंडी में व्यापारियों द्वारा खरीदा जा रहा है साथ ही कुछ किसानों द्वारा अपने अनाज को सीधे सायलो भी जाया जा रहा है।