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आज से वंदे भारत मिशन शुरू, 9 मई से अमेरिका से वापस आएंगे भारतीय

अमेरिका से भारतीयों के आने का सिलसिला 9 मई से शुरू होगा. इसके लिए अमेरिका के कई शहरों से भारत के कई शहरों के बीच कॉमर्शियल फ्लाइट की सेवा शुरू की जाएगी.

12 देशों से भारतीयों को वापस लाने का मिशन 15 मई तक वापस लाए जाएंगे 1.93 लाख भारतीय

विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए आज से वंदे भारत मिशन शुरू होगा. एयर इंडिया 12 देशों में फंसे 1 लाख 93 हजार नागरिकों को वापस लाएगा. अमेरिका से भारतीयों के आने का सिलसिला 9 मई से शुरू होगा. इसके लिए अमेरिका के कई शहरों से भारत के कई शहरों के बीच कॉमर्शियल फ्लाइट की सेवा शुरू की जाएगी.

वाशिंगटन में भारतीय दूतावास की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में एयर इंडिया 9 से 15 मई तक अमेरिका के कई शहरों से भारत के लिए नॉन-शेड्यूल कॉमर्शियल फ्लाइट सेवा शुरू करेगी. आने वाले यात्रियों को पूरा किराया देना होगा. उनका किराया भारत सरकार नहीं देगी. आने के बाद उनका मेडिकल टेस्ट भी होगा.

 

अबुधाबी और दुबई से आएंगे भारतीय

वंदे भारत मिशन के तहत आज अबुधाबी से 175 भारतीयों का पहला जत्था कोचि पहुंचेगा. इसके अलावा दुबई से कोझिकोड भी एक फ्लाइट आएगी, जिसमें भी 175 भारतीय सवार होंगे. बताया जा रहा है कि गल्फ देशों से आने वाले भारतीयों का किराया 15 हजार के करीब होगा.

क्या है वंदे भारत मिशन

कोरोना संकट के कारण विदेश में फंसे भारतीयों को लाने के लिए मोदी सरकार ने वंदे भारत मिशन की शुरुआत की है. 7 मई यानी आज से 7 दिनों तक 12 देशों में फंसे करीब एक लाख 93 हजार भारतीयों को एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट्स के जरिए लाया जाएगा. फंसे हुए लोगों से फ्लाइट का किराया भी लिया जाएगा और इसे तय कर दिया गया है.

 

किन देशों से लाए जाएंगे भारतीय

वंदे भारत मिशन के तहत अमेरिका, ब्रिटेन, बांग्लादेश, मलेशिया, फिलीपिंस, सिंगापुर, यूएई, सऊदी अरब, कतर, बहरीन, कुवैत और ओमान में फंसे भारतीयों को लाया जाएगा. गल्फ देशों से भारतीयों को लाने के लिए नौसेना की भी मदद ली जा सकती है. इसके लिए नौसेना ने पहले से तैयारी कर ली थी. बस उसे आदेश का इंतजार है.