रामानंद सागर के सीरियल रामायण की शूटिंग से जुड़े कई किस्सों को अब तक हम जान चुके हैं. अशोक वाटिका से लेकर हनुमान की पूंछ तक, सबकी रियलिटी से सीरियल के लक्ष्मण यानी सुनील लहरी ने हमें रुबरू करवाया है. अब सुनील ने रामायण के एक और दिलचस्प हिस्से के बिहाइंड द सीन्स का खुलासा किया है. हम बात कर रहे हैं रामसेतु निर्माण की.
रामसेतु असल जिंदगी में भी रहस्य से भरा और लोगों की उत्सुकता का कारण है. लेकिन पर्दे पर इसके निर्माण, तैरते पत्थरों और वानर सेना का लंका तक जाने की पूरी कहानी दिखाई गई है. अब ये कैसे हुआ, इसी विषय पर सुनील लहरी ने चर्चा की है.
सुनील ने अपनी लेटेस्ट वीडियो में रामसेतु मेकिंग पर बात की. उन्होंने कहा- ‘हम परेशान थे कि शूट कैसे होगा, कोई ब्रिज नहीं बनाया, सेट पर वैसा कुछ नजर भी नहीं आ रहा था. लेकिन फिर हमने देखा कि रामसेतु के लिए मिनिएचर बनाया गया था, जो लगभग डेढ़ फुट लंबा और छह इंच चौड़ा था.’
‘इसमें छोटे-छोटे पत्थर एक लकड़ी के प्लेट पर चिपकाया गया था. वो दिखने में रियल लगते थे लेकिन हमें परेशानी थी कि इसे बड़ा कैसे दिखाया जाए. इसके लिए अलग से कैमरा लगाया गया था जिसमें यह पुल यानी रामसेतु बहुत लंबा दिखाया गया था.’
‘दूसरे कैमरे में समुद्र दिखाया गया था, जो कि प्लेट पर बनाई गई थी. तीसरे कैमरा में हम लोग क्रोमा में थे, चौथे कैमरे में पत्थरों को कैप्चर किया गया था.’
रामसेतु निर्माण में जो सबसे अहम चीज थी वो थे पुल के तैरते पत्थर. लेकिन रामानंद सागर ने इसके लिए भी शानदार उपाय ढूंढ़ निकाला था. वीडियो को आगे बढ़ाते हुए सुनील कहते हैं- ‘एक्रिलिक के स्टोन्स बनाए गए थे, ढांचा बनाया गया था, आधे-आधे पत्थरों को मिलाकर एक पत्थर बनाया जाता था. कुछ रियल बड़े स्टोन्स भी थे. जो रियल स्टोन्स थे वे पानी में डूब जाते थे और जो एक्रिलिक के स्टोन्स थे उनके ऊपर राम लिखा जाता था और वे तैरते रहते थे.’
‘इन चारों कैमरा की रिकॉर्डिंग जब कैप्चर हुई और जब रिजल्ट देखा तो वह बहुत शानदार था’. तो ये था रामायण के सेट पर मिनिएचर के जरिए रामसेतु के बनने से लेकर इसके तैरते पत्थरों का राज.
सुनील लहरी प्रतिदिन रामायण के बिहाइंड द सीन्स के किस्से सुनाते हैं. हर कड़ी में एक नई कहानी और नए किस्सा सुनने को मिलता है.