उज्जैनदेवासभोपालमध्य प्रदेश

ऐसे दिवंगत महाराज कहीं नहीं दिखे जो अपनी छोड़, लोगों के दिलों पर राज करते थे देखे समाचार लाईन पर देवास महाराज के कुछ यादगर पल

देखे कुछ खास

OLYMPUS DIGITAL CAMERA

देवास के जन-जन में बिखरे नैसर्गिक महान राजनीतिज्ञ
महाराज श्रीमंत श्री तुकोजीराव पवार

मैं जहां तक समझता हूं,राजा के नाम के आगे स्व.शब्द का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि राजा ईश्वरांश होता है,राजा में ईश्वर का अंश होता है और महाराज श्रीमंत तुकोजीराव राव पवार को तो इस शब्द से बिल्कुल भी नहीं नवाजा जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन में आम से लगाकर खास तक के मन में एक खास जगह बनाकर स्वयं के जीवनकाल में ही अमृत्व हासिल कर लिया था। वे ऐसे अजेय राजनीतिज्ञ रहे, जो सदैव के लिए देवास में विलीन हो गए। आज जो देवास दिखाई दे रहा है, ये महाराज तुकोजीराव राव पवार के प्रयत्नों का देवास है, सद्प्रयासों का देवास है। जनसेवा का व्रत लेकर राजमहल से निकले महाराज तो फिर वे हर मुश्किल में देवास के साथ खड़े मिले हैं। चाहे फिर इंदौर से ट्रेन द्वारा देवास को लाकर पानी ही क्यों ना पिलाना पड़ा हो। देवास की भीषण जल समस्या का समाधान करने में महाराज तुकोजीराव राव पवार की भूमिका अविस्मरणीय रही है। महाराज तुकोजीराव पवार की सांगठनिक क्षमता की बात की जाए तो वे नेता, कार्यकर्त्ता से लगाकर नीचे जनता जनार्दन तक बिखरे हुए थे,पसरे हुए थे। आज उनकी सोच को स्पर्श करने वाला, उनके जैसी समग्र क्षमता रखने वाला दूसरा नेता कोई है ही नहीं। आज के नेता अपने आसपास बिखरे गिने- चुने नेता-कार्यकर्ताओं के तो सम्पर्क में रहते हैं, लेकिन उनके काकस से निकल कर आम आदमी तक अपने स्तर पर पहुंचने की कला नहीं जानते। अपराजेय राजनीति के लिए आम आदमी तक अपने स्तर पर पहुंचने की कला ही गारंटी है, इसमें अपने आसपास बिखरे लोगों की स्थिति का भी पता चलता रहता है और इस कला के सिद्धहस्त थे महाराज तुकोजीराव राव पवार। लिखने को तो उन पर ग्रंथ लिखे जा सकते है, क्योंकि देवास के हर जन के साथ महाराज तुकोजीराव राव पवार की भावप्रधान,कलाप्रधान कईं-कई कहानियां जुड़ी है। महाराज श्रीमंत तुकोजीराव राव पवार के बारे में यही कहा जा सकता है कि उनके जैसे ह्रदय स्पर्शी व्यक्तित्व योग से ही हमारे बीच आते हैं और हम लोगों में नि:स्वार्थ भाव से बिखरकर अमर हो जाते हैं। महाराज तुकोजीराव राव पवार ऐसे ही व्यक्तित्व के स्वामी थे।महाराज तुकोजीराव राव पवार के चतुर्थ पुण्य स्मरण पर श्रद्धानवत………
पं.प्रदीप मोदी✍️✍️

👇👇
ऐसे दिवंगत महाराज कहीं नहीं दिखे जो अपनी छोड़, लोगों के दिलों पर राज करते थे
देवास महाराज के कुछ यादगर पल
देवास शहर की राजनिती में एक तरफा राज करने वाले और हर जुबा पर चाहने वाले के अलावा जन जन के चेहते देवास रियासत के महाराज दिवंगत तुकोजीराव पवार की आज पांचवी पूण्यतिथि है। साथ ही देवास के शासक रहे पवार(सीनियर) राजघराने की राजमाता गायत्री राजे पवार देवास विधायक है। अंग्रेजों के शासन में इस परिवार को 15 तोपों की सलामी दी जाती थी। राजघराने में जन्म लेने के बावजूद तुकोजीराव जीवनभर राजसी ठाठ से दूर रहे। तीन दशक तक उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता से सीधा संवाद रखा और क्षेत्रीय विकास के लिए संघर्षरत रहे। दिवंगत पवार राष्ट्रवादी मूल्यों से संस्कारित थे। संगठन क्षमता में निपुण और वैचारिक प्रतिबद्धता के कारण वे जनमानस में लोकप्रिय थे।
देखे कुछ खास पल…….
✍️✍️ अमित बागलीकर

OLYMPUS DIGITAL CAMERA
OLYMPUS DIGITAL CAMERA
OLYMPUS DIGITAL CAMERA