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SAMACHARLINE EXCLUSIVE: सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने में मददगार साबित होगा ‘डीएम’ डिवाइस 

हल्द्वानी (उत्तराखंड) |  कोरोना वायरस महामारी से आज पूरा विश्व लड़ रहा है। भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस महामारी के चलते सरकार ने कई अहम फैसले भी लिए है, जिसमे से एक है सोशल डिस्टन्सिंग। पर आज भी देश में कई लोग ऐसे है जो सोशल डिस्टन्सिंग का पालन नहीं कर रहे है। इस सब को देखते हुए उत्तराखंड के हल्द्वानी निवासी उज्जवल खुल्बे और अक्षत खुल्बेदो भाईयों ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जो सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने में मददगार साबित होगा। इस डिवाइस का इस्तेमाल करके आप इस महामारी के समय में सोशल डिस्टन्सिंग को बरकरार रख सकते है।

उज्जवल खुल्बे नॉएडा में इंजीनियरिंग कंप्यूटर साइंस के छात्र है ओर उनके छोटे भाई अक्षत खुल्बे अभी इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे है।जहाँ एक तरफ लोग सोशल डिस्टन्सिंग का उल्लंघन करते नज़र आये वही दूसरी ओर इन दोनों भाइयो ने एक डिवाइस तैयार किया है जो सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने में मददगार होगा। उज्जवल ने बताया की शहर के बैंको और राशन की दुकानों में लोग बड़ी संख्या में जमा हो जाते है ओर सामाजिक दूरी का पालन नहीं करते, जिसके चलते उन्होंने ये डिवाइस बनाने पर विचार किया। उन्होंने बताया की इस डिवाइस को आप आई कार्ड की तरह गले में लटका सकते है और और एक मीटर की दूरी टूटने पर या यदि कोई व्यक्ति एक मीटर से कम की दूरी पर आपके पास आता है तो ये डिवाइस एक बीप साउंड के ज़रिये अलर्ट कर देगा। 

 

250 रूपये की लागत और पांच दिन की अवधी में तैयार हुआ डिवाइस 

उन्होंने बताया की इस डिवाइस को बनाने में उन्हें पांच दिनों का समय लगा जिसमे उन्हें चार दिन सॉफ्टवेयर बनाने में और एक दिन हार्डवेयर तैयार करने में लगा। इस डिवाइस में एक अल्ट्रासोनिक सेंसर और एक चिप लगी है जिसमे उन्होंने ये सॉफ्टवेयर अपलोड किया है। इस डिवाइस को बनाने में 250 रूपये तक का खर्च आया जिसमे उन्होंने अल्ट्रासोनिक सेंसर,माइक्रो कंट्रोलर, बज्जर, नौ वोल्ट की बैट्री,वायर और कंप्यूटर प्रोग्राम का प्रयोग किया है। ये डिवाइस घरो में इस्तेमाल किये जाने वाली बैट्री से चलता है जो एक बार लगाने पर एक महीने तक चल सकती है। 

दोनों भाइयो का दावा है की उनके द्वारा बनाया गया ये डिवाइस उम्मीद के मुताबिक काम कर रहा है और इस डिवाइस का प्रयोग बड़े स्तर पर भी किया जा सकता है, और आप इस डिवाइस को दूरी के हिसाब से भी सेट कर सकते है और डिवाइस की रेंज को चार मीटर तक भी बढ़ाया जा सकता है।

कोरोना के इस दौर में हल्द्वानी के इन दोनों भाईयों का काम काफ़ी सराहनीय है। उज्जवल का कहना है की कोरोना काल में हमें सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करना चाहिए और सभी कोरोना वारियर्स का सहयोग करना चाहिए साथ ही उन्होंने ये भी कहा की देश के युवाओं को आत्मनिर्भरता की और बढ़ना चाहिए और खुद के साथ साथ अन्य लोगों को भी कोरोना से लड़ने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित नियमो का पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

 

 मानसी जोशी @ samacharline