उज्जैनदेवासधर्मं/ज्योतिषभोपालमध्य प्रदेश

दूसरी बार बाइक से बाबा बर्फानी की यात्रा पर गये पत्रकार आनंदसिंह को आना पड रहा वापस 27 वर्षो से लगातार जा रहे अमरनाथ यात्रा पर

दूसरी बार बाइक से बाबा बर्फानी की यात्रा पर गये पत्रकार आनंदसिंह को आना पड रहा वापस
27 वर्षो से लगातार जा रहे अमरनाथ यात्रा पर
देवास। पुरे देश में कोरोना माहामारी का दौर चल रहा है वही एक और जहा देव दर्शन के लिये पिछले 4 माह के अधिक समय से मंठमंदिरों, गुरूद्वारो सहित धार्मिक स्थानें केपट बंद थे जिसके बाद कुछ राहत देते हुए सरकार द्वारा उक्त धर्मिक स्थानों को पुन: शुरू कर दिया गया था। आपको बता दे देवास के ऐसे ही शिवशक्ति सेवा मंडल के सदस्य व पत्रकार आंनदसिंह ठाकुर पिछले 27 वर्षो से निंरतर अमरनाथ यात्रा पर जा रहे है। आंनदसिंह ठाकुर एक ऐसे ही भक्त हैं जो भगवान भोलेनाथ के परम भक्त होने के साथ प्रत्येक वर्ष अमरानाथ यात्रा पर जाते हैं, इन्होनें पिछले कई वर्षो तक लगातार अमरनाथ यात्रा की है। वही 1 वर्ष तो ऐसा रहा जब आनंदसिंह अमरनाथ यात्रा से देवास आये ही थे और दूसरे दिन वापस बाबा बर्फानी के दर्शन करने चले गये। आंनदसिंह अपने दैनिक उपयोग में आने वाले वाहन से पिछले वर्ष भी दो पहिया वाहन से अमरनाथ यात्रा पर अकेले ही गए थे। जिन्हे बाइक से पहुंचने में पाँच दिन का समय लगा था। इस वर्ष भी पत्रकार आंनदसिंह ठाकुर रविवार को दोपहर में देवास से दो पहिया वाहन से बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिये निकले थे। आंनदसिंह मंगलवार को जम्मू कश्मीर की बार्डर कठुआ तक पंहुचे थे कि अचानक अमरनाथ यात्रा बंद हो गई। श्री ठाकुर ने बताया कि उनकी प्रतिदिन के उपयोग में आने वाली बाइक से अमरनाथ यात्रा के लिये 19 जुलाई को देवास से निकले थे और मंगलवार को जम्मू कश्मीर की बार्डर से 20 किलोमीटर पहले कठुआ पर पहुंचे ही थे कि चैक पोस्ट से वापस आना पढा। पत्रकार आनंदसिंह ने बताया कि पिछले कई वर्षो से निरंतर अमरनाथ यात्रा पर जा रहा है और इस वर्ष भी बाबा बर्फानी के दर्शन के लिसे गया था लेकिन यात्रा बंद होने से मेरे मन में जो उम्मीद थी वह पुरी नही हो पाई है और अब एक वर्ष का इंतजा रकरना पढेगा। वही पत्रकार आंनदसिंह ठाकुर के मित्रों का कहना है की उन्होनें मन में ठान ली थी की पिछले वर्ष की भ्ॉाति इस वर्ष भी बाबा बर्फानी के दर्शन वह उनकी बाइक से ही करेंगे जिसके लिये बीते दिनों वह इस लंबी यात्रा पर गए थे ठाकुर पहले भी एक माह में एक साथ दो बार अमरनाथ की यात्रा पर जा चुके हैं। इसके अलावा इलाहाबाद के कुंभ, महाराष्ट्र के शेंगाव गजांनन महाराज मंदिर में भी दो पहिया वाहन से जा चुके है।