देवास जिले के सोनकच्छ क्षेत्र के मुंडला दांगी गाव में फारेस्ट विभाग को सूचना मिली की कुए की मुडेर पर तेन्दुए है जिसके चलते गांव के ग्रामीणों के लिए शुक्रवार की रात थोड़ी मुसीबत बनकर आई इससे हड़कंप मच गया। साथ ही ग्रामीणो जनो की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई। हर तरफ तेंदुआ आया का शोर मच गया। देखते ही देखते आसपास के गांवों के लोग भी सैकड़ों की संख्या में जुट गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना फारेस्ट के साथ पुलिस को भी दी। कुछ देर में ही वन विभाग की टीम वहां पहुंच गई और रात में तकरीबन 3 से 4 घण्टे तक रेस्क्यू चलाते हुवे तेंदुए को जाल व पिजरे लगाकर पकड़ा गया। इसके बाद आज सुबह वेटरनरी डॉक्टर श्रीवास्तव ने इस तेंदुए का परीक्षण किया और बताया कि तेंदुआ 6 माह का दिख रहा है जो पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं इसे अभी कुछ समय एकांत में रहने की आवश्यकता है क्योंकि थोड़ा थका हुवा है साथ ही तेंदुए का बच्चा डरा हुआ है वही फारेस्ट विभाग के रेंजर जयवीर सिंह ने बताया कि बीती रात हमने तकरीबन 3 से 4 घंटे तक रेस्क्यू चलाकर मादा तेंदुए के बच्चे को स्टाफ, पुलिस व ग्रामीणों की मदद से पकडा है और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इसे संभवत चिड़ियाघर भेज दिया जाएगा ।