हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 9 अगस्त, हलछट व श्री बलराम जी के जन्मदिवस के शुभ अवसर पर प्रातः 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘कृषि अवसंरचना कोष’ (Agricultural Infrastructure Fund) के तहत भारत के किसानों के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की Financing सुविधा की शुरूआत की जिससे कि गाँव मे हि आधुनिक कोल्ड स्टोरेज, कलेक्शन सेंटर, प्रॉसेसिंग यूनिट बनाने व सम्पर्क बनने में मदद मिलेगी एवं पूरे भारत कि एक मन्डी बनने कि शुरूआत होगी | इस सुविधाओं के शुरू होने से हमारे किसान भाईयो को उनकी फसल की बेहतर निर्धारित कीमत मिल सकेगी एवं इसके चलते किसान अपनी फसल को बहुत ही कम कीमत मे स्टोर कर सकेंगे और सही कीमत मिलने पर अपनी फ़सल को बेच सकेंगे, इससे उनकी आय बढ़ेगी और साथ हि उनका मनोबल भी बढेगा और गांवों में रोजगार के कई अवसर भी उत्पन्न करने में भी मदद मिलेगी | ‘कृषि अवसंरचना कोष’ की अवधि 10 साल तक के लिए है यानी साल 2029 तक तब तक यह मशीन सफ़ल करना ही लक्ष्य होना चाहिए | साथ ही प्रधानमंत्री जी ने किसानों को खेती के लिए कम से कम रासायनिक खाद इस्तेमाल करने के लिए कहा क्यो कि रसायनिक खाद से हमारी उपजाऊ जमीन धीरे धीरे बंजर होती हे , उससे हमारी मिट्टी कि उपजाऊ श्रमता भी कम होती है | जैविक खेती व जैविक खाद से उत्पन्न होने वाली फ़सल या फ़ल दोनो ही हमारे स्वास्थ के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण व उपयोगी साबित हुए हैं , इसमे कम लागत से अच्छा परिणाम देखने को मिलता है |
साथ ही , महाराष्ट्र से बिहार के बीच चलाई गई है जिससे किसान अपनी सब्जियाँ या फ़ल रेल के जरिए एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंचा सकेंगे वो भी सही किमत मे, इससे छोटे किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी और जिससे बिचोलिये लोग भी जो कि किसानो से अनाज व सब्जिया कम दाम मे खरीद कर बाहर ज्यादा दाम मे बेचते हे बीच मे नहीं आ पाएंगे | इससे कई लोगो को फ़यदा होगा एवं शहर के लोगो को समय से ताज़ी सब्जियाँ ओर फ़ल मिल पाएंगे | यह सब आत्म-निर्भर भारत के अंतर्गत किया जा रहा है जिससे हमारे किसान भाई एवं शहरी बाबू दोनो को हि लाभ होगा, साथ हि भारत के आन्तरिक विकास मे भी अत्यंत महत्वपूर्ण सहयोग होगा|
Kajal Kumawat @ Samacharline