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सिर्फ़ प्रदेश के युवाओं के लिए आरक्षित होंगी मध्य प्रदेश की नौकरियाँ

मध्य प्रदेश- कोरोना के कारण देश भर में आपातकालीन स्थिति बनी हुई है। जहाँ एक तरफ लाखों लोग इस बीमारी से संक्रमित हो गए वहीं दूसरी ओर कइयों ने अपनी नौकरी गंवा दी। इन सब के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि प्रदेश की सरकारी नौकरियाँ केवल प्रदेश के युवाओं के लिए ही आरक्षित रहेंगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो संदेश जारी कर कहा, ‘आज मध्य प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला किया है। प्रदेश की शासकीय नौकरियां अब केवल राज्य के बच्चों को ही दी जाएगी।’ उन्होंने कहा, ‘इसके लिए हम आवश्यक कानूनी प्रावधान कर रहे हैं। मध्य प्रदेश का संसाधन राज्य के बच्चों के लिए हैं।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक ऐसी योजना लाएंगे जिससे कक्षा 10वीं और 12वीं की मार्कशीट के आधार पर स्थानीय युवाओं की नौकरी सुरक्षित की जाएगी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि,”मेरे प्यारे भांजे-भांजियों। आज से मध्य प्रदेश के संसाधनों पर पहला अधिकार मध्य प्रदेश के बच्चों का होगा। सभी शासकीय नौकरियां सिर्फ मध्य प्रदेश के बच्चों के लिए ही आरक्षित रहेंगी। हमारा लक्ष्य प्रदेश की प्रतिभाओं को प्रदेश के उत्थान में सम्मिलित करना है।”

शिवराज सिंह चौहान ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “मध्य प्रदेश के युवाओं का भविष्य ‘बेरोजगारी भत्ते’ की बैसाखी पर टिका रहे, यह हमारा लक्ष्य ना कभी था और ना ही है। जो यहां का मूल निवासी है वही शासकीय नौकरियों में आकर प्रदेश का भविष्य संवारे यही मेरा सपना है। मेरे बच्चों, खूब पढ़ो और फिर सरकार में शामिल होकर प्रदेश का भविष्य गढ़ो।” भारत में लोग अक्सर एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवास करते रहते हैं। ऐसे में इस नियम को लागू करना कितना प्रायोगिक होगा यह चिंता का विषय है।

बता दें कि कुछ समय पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी तरह का एक बयान जारी कर कहा था कि दिल्ली के अस्पतालों में केवल दिल्ली के लोगों का ही इलाज किया जाएगा। इस ऐलान पर काफी विवाद हुआ था और इस फैसले की आलोचना हुई थी। हालांकि उप राज्यपाल के हस्तक्षेप के बाद केजरीवाल ने अपना बयान वापस ले लिया था।
Julie kumari @samacharline