18 सितंबर शुक्रवार से शुरू होगा अधिक मास
9 दिन तक रहेगा सर्वथा सिद्धि योग
यज्ञ हवन के अलावा श्रीमद् देवी भागवत विष्णु पुराण पाठ करना होगा फलदायी
देवास। अधिक मास शुक्रवार 18 सितंबर से शुरू हो रहा है इस साल 15 दिन शुभ योग अधिक मास रहेंगे। उज्जैन महाकाल मंदिर परिसर में राम मंदिर के पुजारी आनंद धर्माधिकारी ने बताया कि इस साल अधिक मास के दौरान सर्वसिद्धि योग 9 दिन, द्वीपपुष्कर योग 2 दिन, अमृत सिद्धि योग 1 दिन और पुष्य नक्षत्र 2 दिन तक आ रहा है पुष्य नक्षत्र भी रवि और सोम पुष्य होंगे। पौराणिक सिद्धांतों के अनुसार इस मास में यज्ञ हवन के अलावा श्रीमद् देवी भागवत, श्री भागवत पुराण, श्री विष्णु पुराण, भविष्यउत्तर पुराण आदि का श्रवण पठन, मनन विशेष रूप से फलदायी होता है अधिक मास के अधिष्ठाता विष्णु है इसलिए इस पूरे समय मैं विष्णु मंत्रों का जाप विशेष लाभकारी होता है।
अधिक मास की यह कथा
पौराणिक कथाओं के अनुसार मल होने के कारण कोई इस मास का स्वामी होना नहीं चाहता था तब इस मास में भगवान विष्णु से अपने उद्धार के संबंध में प्रार्थना की तब स्वयं भगवान विष्णु ने उन्हें अपना श्रेष्ठ नाम पुरुषोत्तम प्रदान किया साथ ही यह आशीर्वाद दिया कि जो इस माह में भागवत कथा श्रवण, मनन भगवान शंकर का पूजन धार्मिक अनुष्ठान दान आदि करेगा वह अक्षय फल प्रदान करने वाला होगा।
10 अक्टूबर को रवि पुष्य, 11 सोम पुष्य नक्षत्र रहेगा
ज्योतिषाचार्य श्रीमती बागलीकर के अनुसार अधिक मास की शुरुआत 18 सितंबर को शुक्रवार उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र और शुक्ल नाम के शुभ योग में होगी यह दिन कॉफी शुभ रहेगा साथ ही इस दौरान 26 सितंबर एवं 1, 2, 4, 6, 7, 9, 11, 17 अक्टूबर सर्वथा सिद्धि योग होने से लोगों की मनोकामना पूरी होगी इसके अलावा 19 व 27 सितंबर को दी पुष्कर योग रहेंगे इस योग में किए गए किसी भी काम का दुगुना फल मिलता है इस बार अधिक मास में 2 दिन पुष्य नक्षत्र भी पढ़ रहा है 10 अक्टूबर को रवि पुष्प और 11 अक्टूबर को सोम पुष्य नक्षत्र रहेगा यह ऐसी तारीख होगी जब कोई भी आवश्यक शुभ काम किया जा सकता है।