दलबदल करने वाले विधायक शायद खुद भी कभी-कभी भूल जाते है कि वे है किस पार्टी में हैं? और उनका चुनाव चिन्ह क्या है? ऐसा ही एक मजेदार वाकया मध्य प्रदेश की मान्धाता विधानसभा सीट पर सामने आया जहां एक बीजेपी प्रत्याशी की जुबान फिसल गई और उसने कांग्रेस के लिए वोट मांग लिया.
खण्डवा जिले के मान्धाता विधानसभा क्षेत्र से विधायक नारायण पटेल हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफ़ा देकर भाजपा में शामिल हुए हैं. भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाकर मान्धाता विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस के उत्तमपाल सिंह के खिलाफ उतारा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में नारायण पटेल के पक्ष में एक बड़ी चुनावी सभा को भी सम्बोधित किया था.
रविवार को मान्धाता विधानसभा क्षेत्र के ग्राम इंधावडी में अपने चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी नारायण पटेल ने कार्यकर्ताओं की बैठक में जब कहा, “मतदान केंद्र में जब पहुंचो तब ईवीएम मशीन पर सिर्फ पंजा दिखना चाहिये और कुछ नहीं…”
इतना कहते ही सन्नाटा छा गया और कार्यकर्ता अवाक रह गए. अब नारायण पटेल को समझ में आया कि वे धुन में क्या कह गए. अपनी झेंप मिटाते हुए कहने लगे, “कम्प्यूटर में जो साला फिट रहता है..” इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं से माफी मांगते हुए कहा कि गलती हो गई, पंजा नहीं सिर्फ फूल दिखना चाहिए..
अब चुनाव तक देखना है कि नेताजी क्या-क्या गुल खिलाते हैं. बहरहाल अभी तो उनका पंजे वाला वीडियो खूब वायरल हो रहा है. मजे कांग्रेस और भाजपा दोनों ही के कार्यकर्ता ले रहे हैं.
इससे पहले नेताजी का जनता के बीच में जाने का तो साहस नहीं हुआ था. कुछ दिन पूर्व ही एक गांव में महिलाओं का उनकी वादाखिलाफी को लेकर इतना गुस्सा निकला कि उन्हें उल्टे पांव लौटना पड़ा.
बता दें कि मध्य प्रदेेश में 3 नवंबर को 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं जिसमें कांग्रेस और बीजेपी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के लिए दम लगा रहे हैं. 10 नवंबर को जब चुनाव परिणाम आएगा, तब पता चलेगा कि इस खेल में किसने बाजी मारी. इस बार के चुनाव में अधिकतर कांग्रेस के विधायक दलबदल कर बीजेपी में आए हैं.