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साल-2021 के पहले IPO ने निवेशकों को दिया झटका, नहीं बना पैसा!

साल-2021 के पहले IPO का शेयर बाजार में सुस्त आगाज हुआ है. भारतीय रेल वित्त निगम लिमिटेड (IRFC) के शेयर की शुक्रवार को शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई. लेकिन निवेशकों को साल-2021 के पहले IPO ने निराश किया. IPO की कीमत से 4 फीसदी की गिरावट के साथ शेयर की बाजार में एंट्री हुई.

BSE पर कंपनी का शेयर निर्गम मूल्य की तुलना में 3.84 फीसदी की गिरावट के साथ 25 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ. जबकि इसी तरह एनएसई पर यह 4.23 फीसदी की गिरावट के साथ 24.90 रुपये पर शुरू हुआ. कारोबार के आखिर में भी गिरावट के साथ ही शेयर बंद हुआ.

आईआरएफसी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को इस महीने की शुरुआत में 3.49 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 25-26 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. लिस्टिंग इससे कम कीमत पर हुई. हालांकि कई जानकारों का कहना है कि लॉन्ग टर्म में इस शेयर से बेहतर रिटर्न मिल सकता है.

आईआरएफसी का 4,633 करोड़ रुपये का आईपीओ 18 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 20 जनवरी को बंद हुआ था. इस आईपीओ के तहत कंपनी को 4,35,22,57,225 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं, जबकि कंपनी ने 1,24,75,05,993 शेयरों के लिए बोलियां आमंत्रित की थी.

कंपनी IPO से जुटाए फंड का इस्तेमाल बिजनेस के ग्रोथ के लिए भविष्य में पूंजी की जरुरतों और अपने कॉर्पोरेट खर्चों को पूरा करने में करेगी. इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) पब्लिक सेक्टर की पहली नॉन-बैंकिंग (NBFC) कंपनी है. IRFC रेलवे मंत्रालय के तहत शिड्यूल ‘ए’ लिस्टेड कंपनी है.

कंपनी के कारोबार के बारे में

आईआरएफसी की स्थापना 1986 में हुई थी. कंपनी का प्रमुख कारोबार वित्तीय बाजार से धन जुटाकर अधिग्रहण या संपत्तियों के सृजन के लिए आर्थिक मदद प्रदान करना है. बाद में ये संपत्तियां भारतीय रेल को पट्टे पर दी जाती हैं. यानी कंपनी रेलवे के लिए डोमेस्टिक और विदेशी बाजारों से फंड जुटाती है. रेलवे के लिए एक्स्ट्रा बजेटरी खर्च का इंतजाम कंपनी द्वारा किया जाता है.