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सिखों को बताया शान, चरण सिंह का बखान…पीएम मोदी की अपील मानेंगे किसान?

नए कृषि कानूनों का सबसे ज्यादा विरोध पंजाब के किसान कर रहे हैं. संसद में कानून के पास होने के पहले से ही पंजाब के किसान सड़क पर थे, जिसके चलते अकाली दल एनडीए से अलग हो गई. इसके बाद पंजाब के किसानों ने दिल्ली की सीमा पर डेरा जमा दिया. वहां बीजेपी को छोड़कर बाकी पार्टियां किसानों के समर्थन में खड़ी हैं. सिख समुदाय के देश और दुनिया में फैले लोग किसानों के समर्थन में हैं.

कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन की चिंगारी पंजाब से उठी और हरियाणा को अपनी जद में लेते हुए पश्चिम यूपी तक फैल गई है. पंजाब में जहां किसान सड़क पर हैं तो पश्चिम यूपी में खाप पंचायतों का दौर चल रहा है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा को जवाब दिया तो इन आंदोलनकारी किसानों को साधने की भी कोशिश की. पीएम ने चौधरी चरण सिंह का जिक्र कर पश्चिम यूपी के किसानों को संदेश दिया तो सिख समुदाय को देश की शान बताकर पंजाब के आंदोलनकारी किसानों का दिल जीतने की कोशिश की.

सिख समुदाय को पीएम मोदी का बड़ा संदेश

नए कृषि कानूनों का सबसे ज्यादा विरोध पंजाब के किसान कर रहे हैं. संसद में कानून के पास होने के पहले से ही पंजाब के किसान सड़क पर थे, जिसके चलते अकाली दल एनडीए से अलग हो गई. इसके बाद पंजाब के किसानों ने दिल्ली की सीमा पर डेरा जमा दिया. वहां बीजेपी को छोड़कर बाकी पार्टियां किसानों के समर्थन में खड़ी हैं. सिख समुदाय के देश और दुनिया में फैले लोग किसानों के समर्थन में हैं.

इन किसानों को साधने के लिए पीएम ने सोमवार को अपने बयान में सिख समुदाय के गौरव का जिक्र किया. नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की ताकत समस्याओं के समाधान करने में रही है, लेकिन कुछ लोग भारत को अस्थिर करना चाहते हैं और वो चाहते हैं कि देश अशांत रहे. ऐसे में हमें सतर्क रहना चाहिए. पंजाब का क्या हुआ? पंजाब का बंटवारा हुआ, 1984 के दंगे हुए, कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट में भी ऐसा ही हुआ. इससे देश को बहुत नुकसान हुआ है. कुछ लोग सिख भाइयों के दिमाग में गलत चीजें भरने में लगे हैं. ये देश सिखों पर गर्व करता है. ऐसे में पंजाब के किसानों को गुमराह करना ठीक नही है.