MCX पर अप्रैल का सोना वायदा भाव 0.27 फीसदी टूटकर 46,772 रुपये प्रति 10 ग्राम आ गया. जून 2020 के बाद यह सोने का निचला स्तर है. अगस्त में सोने ने 56,200 रुपये तक भाव को छुआ था.
अमेरिकी डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है. अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति दर्शाने वाला ‘डॉलर इंडेक्स’ बुधवार को 0.23% चढ़ गया. इसके अलावा अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड भी बढ़ा है. इससे भी सोने पर दबाव बढ़ा है.
सरकार ने बजट में सोने पर सीमाशुल्क में कटौती की घोषणा की है. इसी के साथ अन्य कारणों के मिलने से सोने का भाव आठ महीने के निचले स्तर पर चला गया है.
अमेरिका के फेडरल रिजर्व की अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक टिप्पणी से वहां ट्रेजरी यील्ड बढ़ा है. इसके अलावा अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के 1.9 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज को लेकर भी बाजार पॉजिटिव है, इससे भी सोने पर दबाव बढ़ा है.
मंगलवार को सोना कमजोरी रुख के साथ बंद हुआ. दिल्ली में बुधवार को भी 22 कैरेट सोने का भाव 46,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है. वहीं मुंबई में यह भाव 46,240 रुपये, चेन्नई में 44,650 रुपये और कोलकाता में 46,720 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा.
यदि सोने में निवेश के समय की बात करें तो हमें पिछले एक साल में सोने पर रिटर्न को देखना होगा. MCX पर सोने का एक हफ्ते का रिटर्न निगेटिव में 3.1 फीसदी रहा. जबकि एक महीने में इसका 4.9 फीसदी निगेटिव रिटर्न और इस साल अब तक 7.3 फीसदी निगेटिव रिटर्न रहा. जबकि एक साल में सोने ने 12.3 फीसदी और 3 साल में 51 फीसदी रिटर्न दिया है. ऐसे में सोने की गिरती कीमतों का फायदा निवेश के लिए लॉन्ग टर्म में उठाया जा सकता है.