देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. खासकर महाराष्ट्र में कोरोना के मामले पिछले हफ्ते तेजी से बढ़े हैं. जिसके बाद फिर से कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं. लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. बिना मास्क के 1000 रुपये जुर्माना भरना पड़ेगा.
इस बीच में देश में तेजी से वैक्सीनेशन का कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है. कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान के तहत देश में अभी तक 1.11 करोड़ से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जा चुका है. लेकिन पूरी आबादी तक वैक्सीन की पहुंच के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. ऐसे में विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने वैक्सीनेशन को लेकर सरकार को एक आइडिया दिया है.
अजीम प्रेमजी के मुताबिक, 60 दिन के अंदर में देश के 50 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा सकता है. ये कैसे संभव है? उन्होंने इस बारे में विस्तार से बताया है. बैंगलोर चैंबर ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स द्वारा आयोजित एक संवाद सत्र को संबोधित करते हुए अजीम प्रेमजी ने अपने आइडिया को सार्वजनिक किया. इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं.
दरअसल अजीम प्रेमजी ने निर्मला सीतारमण से कहा कि सरकार को टीकाकरण अभियान में प्राइवेट सेक्टरों की भी मदद लेनी चाहिए. उन्होंने एक गुजारिश के तौर पर अपनी बातें कहीं, उन्होंने कहा कि ऐसा कर 50 करोड़ लोगों को दो महीने में टीका लगाया जा सकता है.
प्रेमजी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर सरकार निजी सेक्टर को भी इस अभियान से जोड़ लेती है, तो हम 60 दिनों के भीतर 50 करोड़ लोगों को कवर कर सकते हैं.’, उन्होंने कहा कि अगर निजी भागीदारी को अनुमति दी जाती है तो टीकाकरण की दर को अच्छी खासी गति मिलेगी.
इसके लिए उन्होंने एक उदाहरण वित्त मंत्री के सामने रखा. अजीम प्रेमजी ने वित्त मंत्री से कहा कि इस बात की संभावना है कि हम सीरम संस्थान को लगभग 300 रुपये प्रति शॉट और अस्पताल या निजी नर्सिंग होम को 100 रुपये प्रति शॉट उपलब्ध करवा सकते हैं. ऐसे में 400 रुपये प्रति शॉट के साथ एक बहुत बड़ी जनसंख्या का टीकाकरण किया जा सकता है.