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टाइम पर नहीं पूरा हो पाएगा पीएम मोदी का ये सपना! 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य हुआ दूर

बैंक ऑफ अमेरिका सिक्यूरिटीज (BofA) ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा है कि महामारी के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए अब भारत की अर्थव्यवस्था 2031-32 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. भारत इस समय दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.

भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य हासिल करने में कई साल की देरी हो सकती है. इसकी वजह है कोरोना वायरस, जिसके चलते यह लक्ष्य 2030 या 2031 तक ही हासिल हो सकता है. बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज (BofA) की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. गौरतलब है कि 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की इकोनॉमी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रमुख सपना है.

इससे पहले, बोफा ने साल 2017 में यह अनुमान जताया था कि भारत 2027-28 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा. भारत इस समय दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. पीएम मोदी ने 2025 तक भारत की इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.

कोरोना संकट की वजह से देश को अपनी आजादी के बाद के इतिहास में पहली बार मंदी का सामना करना पड़ा है. इस वित्त वर्ष की लगातार दो तिमाहियों में जीडीपी नेगेटिव रही. जून की तिमाही में तो जीडीपी में रिकॉर्ड 23.9 फीसदी की गिरावट आई थी. हालांकि दिसंबर तिमाही में जीडीपी फिर से पॉजिटिव जोन में आ गई है.

क्या कहा गया रिपोर्ट में

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज (BofA) ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा, ‘महामारी के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए अब हमारा अनुमान है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2031-32 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. अगर भारत की वृद्धि दर 9 फीसदी रहती है तो यह 2031 तक (अमेरिकी डॉलर में) जापान के बाजार मूल्य पर आकलित जीडीपी की बराबरी कर लेगा और अगर वृद्धि 10 फीसदी रहती है तो भारत को 2030 में यह स्थिति हासिल हो जाएगी.’

इतना है भारतीय इकोनॉमी का आकार

रिपोर्ट में हालांकि न तो घरेलू अर्थव्यवस्था और न ही जापान की अर्थव्यवस्था के आकार को बताया गया है. वैसे 2019-20 में भारत की अर्थव्यवस्था 2.65 लाख करोड़ (ट्रिलियन) डॉलर की थी, जबकि जापान की अर्थव्यवस्था 2020 में 4.87 लाख करोड़ डॉलर की थी. रिपोर्ट के अनुसार यह आकलन वास्तविक आधार पर 6 फीसदी वृद्धि, 5 प्रतिशत महंगाई और रुपये की विनिमय दर में 2 फीसदी की गिरावट की मान्यता पर आधारित है.

इससे पहले, बोफा ने साल 2017 में यह अनुमान जताया था कि भारत 2027-28 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा. यह अनुमान जनसंख्या संबधी लाभ, वित्तीय परिपक्वता में वृद्धि और बड़े बाजार के उभरने जैसी मान्यताओं पर आधारित था. सोमवार को जारी रिपोर्ट में बोफा के अर्थशास्त्रियों ने कहा कि तीनों तत्व अब मजबूत हो रहे हैं.