वेस्टर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) सुमित ठाकुर ने निर्देश दिए हैं कि रेल के डिब्बों के भीतर मोबाइल या लैपटॉप चार्ज करने के लिए दिए गए चार्जिंग पॉइंट रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद रहेंगे. ये निर्देश देशभर के सभी रेलवे जोन में लागू होना है. अगली स्लाइड में जाने इसकी वजह
सुमित ठाकुर ने कहा कि लंबी दूरी की रेलगाड़ियों में रात के समय आग लगने की कई घटनाएं सामने आई हैं. इसकी वजह लोगों का रात में लैपटॉप या मोबाइल चार्ज पर लगाकर छोड़ देना और उनका ओवरहीट कर जाना है. अगली स्लाइड में जाने अभी क्यों लिया ये फैसला
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि 13 मार्च को दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस में लगी आग को देखते हुए ये फैसला किया गया है. उस दिन आग एक कोच से शुरू होकर कई कोच तक फैल गई थी. अगली स्लाइड में जानें और क्या कदम उठा रही है रेलवे आग रोकने के लिए…
इसके अलावा रेलवे ने No Smoking अभियान पर जोर देने का भी निर्णय किया है. वह रेल कोचों के भीतर धूम्रपान करने वालों पर सख्ती करेगी और इसका उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना बढ़ाने का भी विचार है. अभी इसके लिए 100 रुपये तक जुर्माना वसूला जाता है.
सेंट्रल रेलवे के CPRO शिवाजी सुतार ने कहा कि ट्रेनों में काम करने वाले सभी एम्प्लॉई, स्टेकहोल्डर्स को इस बारे में जागरुक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा रेलवे के एम्प्लॉई और AC कोच में मौजूद रहने वाले AC मैकेनिकों को रात में चार्जिंग पॉइंट बंद रखने के लिए अलर्ट कर दिया गया है.
अब इस असुविधा से बचने के लिए बेहतर है कि आप अपने फोन और लैपटॉप को घर से पूरी तरह चार्ज करके चलें और ट्रेन में यात्रा के दौरान रात 11 बजे से पहले चार्ज कर लें. फिर भी अगर बहुत आवश्यक हो तो अपने साथ एक पावर बैंक लेकर चलें.