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यूपी में हर विभाग में बनेगी कोविड हेल्प डेस्क, डीएम को नाइट कर्फ्यू लगाने का अधिकार

यूपी के जिन जिलों में कोरोना के 500 से अधिक एक्टिव केस हैं, उन जिलों में रात 9 बजे से सुबह 5 तक नाइट कर्फ्यू लगाने का अधिकार जिलाधिकारी को होगा.

यूपी सरकार ने हर विभाग में कोविड हेल्प डेस्क बनाने के आदेश दिए हैं. सरकार ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है. मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सभी विभागों में कोविड हेल्प डेस्क बनाने के साथ ही थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजर के साथ-साथ ऑक्सीमीटर भी रखा जाएगा. अगर 94 फीसदी से कम मिली तो इसकी जानकारी तत्काल सीएमओ/ सीएचसी में देनी होगी.

यूपी के जिन जिलों में कोरोना के 500 से अधिक एक्टिव केस हैं, उन जिलों में रात 9 बजे से सुबह 5 तक नाइट कर्फ्यू लगाने का अधिकार जिलाधिकारी को होगा. यूपी में लखनऊ समेत 13 जिलों में कोविड के केस को देखते हुए आवागमन को नियंत्रित करने के लिए फैसले लेने का अधिकार जिलाधिकारी को दे दिया गया है. यानी जिलाधिकारी तय करेंगे कि क्या करना है.

इस दौरान खाद्य सामग्री समेत आवश्यक सुविधाओं के लिए आवागमन बाधित नहीं होगा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित 13 जिलों की स्थिति की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा की और जिलाधिकारियों को निर्देश दिए. सीएम ने निर्देश दिए कि जिन जिलों में कोरोना के हर रोज 100 से अधिक नए केस मिल रहे हैं या जहां कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक है, वहां माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश को लेकर स्थिति के अनुरूप जिलाधिकारी निर्णय लें. ऐसे जिलों में रात के समय आवागमन नियंत्रित रखने को लेकर भी निर्णय लिया जाए लेकिन किसी भी परिस्थिति में दवा, खाद्यान्न जैसी जरूरी वस्तुओं के आवागमन को बाधित न किया जाए. सीएम के निर्देश के बाद लखनऊ, कानपुर और वाराणसी के जिलाधिकारियों ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर भी दिया.

कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने पर जोर

यूपी के लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर और मुरादाबाद जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. यहां केस की संख्या अधिक है. हालांकि, पॉजिटिविटी रेट में गिरावट आई है. यूपी सरकार ने कहा है कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए. ट्रेस करके उनका टेस्ट किया जाए और जरूरत के अनुसार ट्रीटमेंट दिया जाए. निगरानी समितियों और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की उपयोगिता बढ़ाई जाए. पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक उपयोग किया जाए. मास्क न लगाने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए. इन सभी जिलों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए.

जिलों का दौरा करें स्वास्थ्य मंत्री

सीएम योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में यह भी कहा कि स्वास्थ्य मंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ जिलों का दौरा करें, स्थिति को देखें और व्यवस्था सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दें. उन्होंने कहा कि खुद भी अगले कुछ दिनों में प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर जिले का औचक निरीक्षण करूंगा. सभी जिलों में पीपीई किट, पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मा मीटर, सैनिटाइजर, एंटीजन किट के साथ ही अन्य आवश्यक लॉजिस्टिक की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. किसी भी जनपद से लॉजिस्टिक के अभाव की शिकायत नहीं आनी चाहिए. जरूरत हो तो तत्काल शासन को अवगत कराएं, पूरी मदद मिलेगी.

एकजुट होकर करना होगा काम

सीएम योगी ने इस आपदा के समय में एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया और कहा कि सभी सरकारी और निजी चिकित्सा संस्थानों की एम्बुलेंस कोरोना संक्रमितों के लिए उपयोग में लाई जाए. ये एम्बुलेंस भी इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जोड़ी जाए. मरीजों को तत्काल रिस्पॉन्स मिलना चाहिए. कुल टेस्ट में कम से कम 50 प्रतिशत टेस्ट प्रतिदिन आरटीपीसीआर विधि से किए जाएं. रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस अड्डे पर रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जाए. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिन में महाराष्ट्र और अन्य प्रदेश से विशेष ट्रेन का भी संचालन होगा. ऐसे में गोरखपुर, गोंडा, बस्ती और आसपास के क्षेत्रों में खास सतर्कता बरते जाने की जरूरत है.

यूपी में बेड की कमी नहीं

सीएम योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में कहा कि कोरोना संक्रमितों के लिए बेड की कोई कमी नहीं है. हालात को देखते हुए यह जरूरी है कि कोविड अस्पताल में और अधिक संख्या में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. जिलेवार हालात की समीक्षा कर बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी. कोविड और नॉन कोविड के लिए इलाज की अलग-अलग और समुचित व्यवस्था की जाए. जिलाधिकारी पंचायत चुनाव की व्यवस्था सही बनाए रखते हुए हर विभाग के कर्मचारियों को कोरोना प्रबंधन के कार्य से जोड़ें. अतिरिक्त मानव संसाधन के लिए भी स्वीकृति दी गई है. सिविल डिफेंस की सेवाएं भी ले सकते हैं.

सीएम ने समीक्षा बैठक में साथ ही यह भी कहा कि महाराष्ट्र के साथ दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति तेजी से खराब हो रही है. ऐसे में वहां रह रहे यूपी के नागरिकों के वापस आने की भी संभावना है. पंचायत चुनाव की प्रक्रिया भी चल रही है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण होंगे. हमें इसका सफलतापूर्वक सामना करना है. सीएम ने कहा कि पिछले साल यूपी के सभी जिलों ने कोरोना प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था, इस बार भी हम टीम वर्क से ये लड़ाई जीतेंगे.