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पाकिस्तान नहीं, लेकिन ब्रिटेन जाएगी भारतीय चीनी, 3675 टन एक्सपोर्ट की इजाजत

भारत सरकार ने ब्रिटेन को 3,675 टन रॉ/रिफाइंड शुगर के निर्यात की इजाजत टैरिफ रेट कोटा के तहत दी है. यह रेट काफी किफायती होता है. इस रेट कोटा का मतलब यह है कि एक निश्चित मात्रा तक ही चीनी इस किफायती रेट पर दिया जाएगा.

भारतीय व्यापारियों को सरकार ने ब्रिटेन को 3,675 टन अतिरिक्त चीनी एक्सपोर्ट करने की इजाजत दे दी है. इसके पहले ऐसी खबरें आईं थी कि भारतीय चीनी पाकिस्तान जाएगी, लेकिन पाकिस्तान में इसे लेकर हुए बवाल के बाद इमरान सरकार ने इससे इनकार कर दिया था.

टैरिफ रेट कोटा

सरकार ने ब्रिटेन को 3,675 टन रॉ/रिफाइंड शुगर के निर्यात की इजाजत टैरिफ रेट कोटा के तहत दी है. यह रेट काफी किफायती होता है. इस रेट कोटा का मतलब यह है कि एक निश्चित मात्रा तक ही चीनी इस किफायती रेट पर दी जाएगी. इसके बाद निर्यात ज्यादा कीमत पर होगी.

विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक पब्लिक नोटिस में कहा है, ‘यूके को 30 सितंबर तक रॉ/रिफाइंड शुगर की अतिरिक्त मात्रा के निर्यात को अधिसूचित कर दिया गया है. इस कोटा का संचालन कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) द्वारा किया जाएगा जो कि निर्यात लागू करने की एजेंसी है.’

चीन मिलों के शेयर चढ़ गए

इस खबर के आते ही गुरुवार को बलरामपुर शुगर मिल, धामपुर शुगर, केसीपी शुगर, त्रिवेणी इंजी​नियरिंग जैसी कंपनियों के शेयर चढ़ गए.

चीनी निर्यात की योजना

गौरतलब है कि इसके अलावा यूरोपीय संघ के CXL शुगर कोटा के तहत भी यूरोपीय देशों को 10,000 टन चीनी रियायती दर पर निर्यात करने की योजना है. इसके तहत व्यापारी बहुत कम निर्यात शुल्क या लगभग शून्य निर्यात शुल्क पर चीनी निर्यात कर सकते हैं.