भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने PNB हाउसिंग फाइनेंस को कार्लाइल समूह के साथ प्रस्तावित 4,000 करोड़ रुपये की डील को रोकने का निर्देश दिया है. इस डील की खबर जब से आई थी, तब से PNB हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में जबर्दस्त तेजी देखने को मिल रही थी.
इस सौदे के समाधान के लिए शेयरधारकों की वोटिंग 22 जून को होनी थी. जिससे पहले मार्केट रेगुलेटर सेबी ने कहा है कि 31 मई को Extraordinary General Meeting बुलाने के लिए जारी की गई नोटिस, कंपनी के ऑर्टिकल ऑफ एसोसिएशन के नियमों के खिलाफ है. जब तक कंपनी शेयरों का वैल्यूएशन नहीं करती है तब तक इस पर कार्रवाई नहीं की जा सकती है.
SEBI ने कंपनी को निर्देश दिया है कि वह संबंधित कानूनी प्रावधानों के तहत मूल्यांकन की प्रक्रिया को पूरा करे. वहीं PNB हाउसिंग फाइनेंस ने अपने बयान में कहा है कि कंपनी और उसके बोर्ड ऑफ डायेरक्टर्स को सेबी के लेटर को संज्ञान में लिया है, उन्हें भरोसा है कि कंपनी ने सेबी और कंपनी के आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में निर्धरित सभी नियमों का पालन किया है.
दरअसल, इस डील पर कुछ दिन पहले एक प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म ने सवाल उठाए थे. इस प्रॉक्सी एडवाइडरी फर्म स्टेक होल्डर्स एम्पॉवरमेंट सर्विसेज ने डील की आलोचना करते हुए कहा था कि यह डील PNB हाउसिंग फाइनेंस और पंजाब नेशनल बैंक दोनों के शेयरहोल्डर्स के हितों के खिलाफ है.
फर्म ने आरोप लगाया है कि इस डील की वैल्यूएशन कंपनी के बुक वैल्यू से भी कम स्तर पर किया गया है. स्टेक होल्डर्स एम्पॉवरमेंट सर्विसेज (SES) का मानना है कि यह डील कंपनी के AoA के मुताबिक नहीं हुई है. पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने कहा कि उसे इस बारे में सेबी का पत्र 18 जून को मिला है.
गौरतलब है कि इस डील से PNB हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में पंख लग गए थे. डील से पहले 28 मई को एक शेयर का भाव 438 रुपये था, उसके बाद डील की खबर आई और शेयर में लगातार कई दिनों तक अपर सर्किट लगे, और शेयर 7 जून को बढ़कर 900 रुपये से ऊपर पहुंच गया.
बता दें, 31 मई को प्राइवेट इक्विटी फर्म कार्लाइल ग्रुप की अगुवाई वाले निवेशकों के एक ग्रुप ने पीएनबी हाउसिंग में 4,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी.









