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Paras Defence के IPO ने तोड़ा रिकॉर्ड, कंपनी की ये 5 बातें निवेशकों को पसंद!

डिफेंस और स्पेस इंजीनियरिंग सेक्टर की कंपनी Paras Defence के IPO ने नया इतिहास रच दिया है. पारस डिफेंस का IPO टोटल 304 गुना भरकर गुरुवार को बंद हुआ. ग्रे मार्केट में डिमांड को देखते हुए शानदार लिस्टिंग का अनुमान लगाया जा रहा है.

पारस डिफेंस के IPO को लेकर रिटेल निवेशक बेहद उत्साहित थे. रिटेल निवेशक का हिस्सा 112 गुना भरा. सबसे ज्यादा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर यानी NII का हिस्सा 927 गुना सब्सक्राइब हुआ. जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 169 गुना भरा. आईपीओ का प्राइस बैंड 165-175 रुपये शेयर है.

अब निवेशकों को शेयरों के अलॉटमेंट पर ध्यान है. जानकारी के मुताबिक अलॉटमेंट 28 सितंबर को होगा. जबकि 1 अक्टूबर को शेयर बाजार में कंपनी की लिस्टिंग होगी. इससे पहले सबसे ज्यादा साल 2017 में सालासर टेक का आईपीओ सब्सक्राइब हुआ था. इस कंपनी का IPO 273 गुना भरा था. पारस डिफेंस के IPO को बंपर रिस्पॉन्स मिलने के पीछे कई वजहें हैं.

1. आईपीओ का साइज छोटा:कंपनी IPO से केवल 179.77 करोड़ रुपये जुटा रही है. इश्यू का साइज छोटा होने से आईपीओ को निवेशकों ने हाथो-हाथ लिया है. इसके अलावा सही वैल्यूएशन और डिफेंस सेक्टर पर सरकार का खास फोकस की वजह से निवेशक इस आईपीओ को पसंद कर रहे हैं.

2. बंपर लिस्टिंग का अनुमान:निवेशकों को इस IPO से मोटी कमाई की उम्मीद है. ग्रे मार्केट में Paras Defence का प्रीमियम लगातार बढ़ रहा है. ग्रे मार्केट में शेयर 395 से 405 रुपये प्रति शेयर ट्रेड कर रहा है. यानी 23 सितंबर 230 रुपये के प्रीमियम पर कारोबार हो रहा है. ग्रे मार्केट में डिमांड को देखते हुए शानदार लिस्टिंग का अनुमान लगाया जा रहा है.

3. कंपनी के पास लंबा ऑर्डर: Paras Defence कंपनी के मार्केट कैप 682.5 करोड़ रुपये का है. जून-2021 तक कंपनी के पास करीब 305 करोड़ रुपये का ऑर्डर है. पारस डिफेंस के पास कई तरह के प्रोडक्ट हैं और कई बड़े ग्राहक हैं. कंपनी को ड्रोन को लेकर आई PLI स्कीम से भी फायदा मिल सकता है. कंपनी के प्रमोटर शरद विरजी शाह और मुंजाल शरद शाह हैं.

4. देश की बड़ी कंपनियां क्लाइंट : कंपनी के क्लाइंट लिस्ट में कई बड़ी कंपनियां हैं. जिसमें ISRO, DRDO, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स, गोदरेज एंड बॉयसे, TCS, किर्लोस्कर ग्रुप, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और भारत डायनेमिक्स है.

5. एक दशक से बढ़ता कारोबार : पारस डिफेंस उन चुनिंदा कंपनियों में से एक है, जो डिफेंस और स्पेस रिजर्स सेक्टर को कस्टमाइज्ड प्रोजेक्ट्स मुहैया कराती है. नवी मुंबई और थाणे में कंपनी की दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है. कंपनी की शुरुआत 2009 में हुई थी. पिछले 12 साल में कंपनी का कारोबार तेजी से फैला है.