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Tata Group अब वायु सेना के लिए बनाएगा हवाई जहाज

देश की सेना के लिए ट्रक बनाने वाला Tata Group अब हमारे सीमा प्रहरियों के लिए हवाई जहाज भी बनाएगा. ऐसा करने वाली वह देश की पहली प्राइवेट कंपनी होगी. खुद रतन टाटा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.

Tata Group की कंपनी Tata Advanced System, बहुत जल्द देश की वायुसेना के लिए हवाई जहाज भी बनाएगी. इसके लिए कंपनी ने Airbus के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट किया है जिसकी जानकारी खुद रतन टाटा (Ratan Tata) ने दी.

एयरक्राफ्ट बनाने वाली पहली प्राइवेट कंपनी

भारतीय वायुसेना Airbus से 56 C295 एयरक्राफ्ट खरीदेगी. इसमें से 40 का निर्माण Tata Advanced System करेगी, जबकि 16 विमानों की डिलीवरी Airbus ‘फ्लाई-अवे’ कंडीशन में करेगी. ये ट्रांसपोर्ट विमान वायुसेना के मौजूदा AVRO विमान बेड़े का स्थान लेंगे.

वायुसेना के लिए घरेलू स्तर पर अभी तक एयरक्राफ्ट बनाने का काम प्रमुख तौर पर हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को ही मिलता रहा है. ये पहली बार होगा जब देश की कोई प्राइवेट कंपनी वायुसेना के लिए हवाई जहाज बनाएगी.

ये खासियत है Airbus के C295 में

Airbus वायुसेना को 16 विमानों की आपूर्ति इस कॉन्ट्रैक्ट के लागू होने के बाद 4 सालों में करेगी. इस विमान में एक बार में 71 ट्रूप्स या 50 पैरा ट्रूपर्स को ले जाने की क्षमता है. इतना ही नहीं इसका उपयोग मेडिकल इवैक्युएशन, लॉजिस्टिक, स्पेशल मिशन, आपदा प्रबंधन और समुद्री सीमा की पहरेदारी में काम आता है. इसकी खास बात ये है कि ये छोटी हवाई पट्टियों के साथ-साथ उन दुर्गम इलाकों में भी उड़ान भर सकता है जहां ढंग की हवाई पट्टी नहीं है.  इन सभी विमानों में स्वेदशी Electronic Warfare Suite की सुविधा होगी.

‘Make In India’ का पहला ऐसा प्रोजेक्ट

इतना ही नहीं, देश में ये पहली बार होगा जब कोई प्राइवेट कंपनी एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग से लेकर असेंबलिंग, टेस्टिंग और क्वालिफाइंग, डिलीवरी और मेंटिनेंस का काम करेगी. इस तरह ये मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी  ‘Make In India’ प्रोग्राम में एयरक्राफ्ट मैन्चुफैक्चरिंग सेक्टर का पहला प्रोजेक्ट भी होगा.

रतन टाटा का ट्वीट

Tata Group के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने C295 एयरक्राफ्ट बनाने के लिए Airbus और Tata के बीच समझौता होने पर बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ये भारत में एविएशन और एविऑनिक्स प्रोजेक्टस को खोलने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा. इस विमान के भारत में बनने से देश में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सप्लाई चेन तैशर होगी. ये मेक इन इंडिया को बढ़ाएगा.