रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अमेरिका पर तंज कसते हुए कहा है कि दुनिया में अब उसका दबदबा कम हो गया है। पुतिन ने अमेरिका के सहयोगी देशों को सलाह दी है कि वो रूस के खिलाफ किसी बहकावे में आने से पहले अपने फायदे-नुकसान के बारे में विचार कर लें। पुतिन ने कहा- अमेरिका खुद को मैसेंजर ऑफ लॉर्ड, यानी भगवान का संदेशवाहक समझता है, जबकि हकीकत यह है कि वो अपने सहयोगियों से भी गुलामों की तरह बर्ताव करता है।
दूसरी तरफ, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन रूस-यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद दूसरी बार कीव पहुंचे। जॉनसन ने यहां यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की से मुलाकात की।
अमेरिका पर तल्ख पुतिन
मॉस्को में शुक्रवार को एक प्रोग्राम के दौरान पुतिन ने अमेरिका पर निशाना साधा। कहा- अमेरिका अब पहले जैसा ताकतवर नहीं रहा। दुख इस बात का है कि वो अपने सहयोगी देशों के साथ भी गुलामों की तरह व्यवहार करता है। अब उसके सहयोगियों को भी यह समझना होगा कि दुनिया में अमेरिकी दबदबा खत्म हो गया है। ये होना भी था, क्योंकि अगर आप हमेशा दूसरों को कमजोर और गुलाम समझेंगे तो एक दिन आपको इसकी कीमत जरूर चुकानी होगी।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन इस कार्यक्रम में करीब 70 मिनट बोले। हैरानी की बात यह है कि इस दौरान उन्होंने एक भी बार रूस-यूक्रेन जंग का जिक्र नहीं किया। हालांकि, रूस पर आर्थिक पाबंदियों और इकोनॉमी का कई बार जिक्र किया।
जॉनसन अचानक कीव पहुंचे
हाल ही में संसद में विश्वास मत जीतने के बाद बोरिस जॉनसन फिर एक्टिव नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को वो अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। यहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की से मुलाकात की। फरवरी में जंग शुरू होने के बाद जॉनसन दूसरी बार यूक्रेन पहुंचे हैं। बोरिस ने जेलेंस्की को भरोसा दिलाया कि ब्रिटेन और नाटो यूक्रेन की हर मुमकिन मदद करेंगे। ब्रिटिश आर्मी यूक्रेन के दस हजार सैनिकों को ट्रेनिंग देगी। इसके अलावा मेडिकल फेसेलिटीज को नए सिरे से डेवलप किया जाएगा।
रूस के खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी
पश्चिमी देश रूस के खिलाफ और यूक्रेन के पक्ष में शायद कोई बड़ा फैसला करने जा रहे हैं। कम से कम गुरुवार और शुक्रवार को मिले संकेत तो इसी तरफ इशारा कर रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज और इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी गुरुवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। इन सभी नेताओं ने पहले कीव के उन हिस्सों का दौरा किया, जहां रूस ने जबरदस्त हमले किए हैं। इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की के साथ लंबी मीटिंग की। इसके कुछ ही घंटे बाद जॉनसन यहां पहुंचे। माना जा रहा है कि पश्चिमी देश कोई नई प्लानिंग कर रहे हैं।