खेल/क्रिकेट

हार्दिक और सूर्यकुमार को दी बड़ी ज़िम्मेदारी

तीन मैचों की टी-20 और तीन मैचों की वनडे सिरीज़ के लिए श्रीलंका की टीम भारत आ रही है. पहला टी-20 तीन जनवरी को खेला जाएगा.

इन बदलावों से लगता है कि ऋषभ पंत की व्हाइट बॉल क्रिकेट से फ़िलहाल छुट्टी कर दी गई है.

वहीं केएल राहुल अब तक रोहित शर्मा के बाद टीम इंडिया के तीनों प्रारूपों में कप्तानी के दावेदार माने जा रहे थे.

लेकिन वनडे टीम में उप-कप्तान नहीं बनाए जाने से वह अब इस रेस में पिछड़ते दिख रहे हैं.

टी-20 टीम में हार्दिक पांड्या को कप्तान और सूर्यकुमार यादव को उप-कप्तान बनाया गया है. वनडे सिरीज़ में रोहित शर्मा कप्तानी करेंगे और उनका सहायक हार्दिक पांड्या को बनाया गया है.

केएल राहुल को वनडे टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज़ के तौर पर चुना गया है. इससे लगता है कि यह उन्हें आख़िरी चेतावनी है.

अब वह अगर अपने प्रदर्शन को नहीं सुधार सके तो उन्हें बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है.

ऋषभ पंत को टी-20 क्रिकेट में लगातार ख़राब प्रदर्शन करने की वजह से टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है.

कई बार क्रिकेटर लय में नहीं होते हैं, इसलिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं. लेकिन पंत के मामले में बात ये नहीं है, क्योंकि वह टेस्ट क्रिकेट में तो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं पर टी-20 में क्षमता के अनुरूप नहीं खेल पा रहे हैं.

पंत ने इस साल खेले 25 टी-20 मैचों में 364 रन ही बनाए हैं. हालांकि, उनका स्ट्राइक रेट 132 से ऊपर है. लेकिन अच्छा स्कोर नहीं बना पाने की वजह से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है.

पंत के बाहर होने की वजह विकेटकीपर बल्लेबाज़ की भूमिका में ईशान किशन और संजू सैमसन का उनसे कहीं बेहतर प्रदर्शन करना है.

ईशान ने तो बांग्लादेश दौरे पर वनडे में दोहरा शतक जमाकर अपना सिक्का जमा दिया था.

ईशान किशन ने इस साल 16 टी-20 मैचों में 476 रन बनाए हैं जिसमें तीन अर्धशतक शामिल थे. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 127.95 रहा.

इसी तरह संजू सैमसन ने भी अपनी बल्लेबाज़ी से प्रभावित किया है. उन्होंने छह मैचों की पांच पारियों में 179 रन बनाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट 158.4 रहा. यह स्ट्राइक रेट सूर्यकुमार यादव के बाद सबसे ज़्यादा है.

श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे और टी-20 दोनों टीमों में भले ही ऋषभ पंत को शामिल नहीं किया गया है. पर यह कहा जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वनडे सिरीज़ में पंत की वापसी हो सकती है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, वह मामूली चोट की वजह से एनसीए (नेशनल क्रिकेट अकैडमी) में हैं और फ़िट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वनडे मैचों में खेलते नजर आ सकते हैं.

लेकिन यह ज़रूर लगता है कि वह भविष्य में टी-20 टीम की योजना का हिस्सा शायद ही रहें.

इतना ज़रूर है कि ईशान किशन और संजू सैमसन अगर इस ज़िम्मेदारी को सफ़लतापूर्वक उठाते रहते हैं तो पंत पर इस प्रारूप में विराम लग सकता है.

दोनों के सफ़ल नहीं रहने और आईपीएल में विस्फोटक प्रदर्शन उनकी वापसी की राह बना भी सकता है.

शुभमन गिल को टेस्ट और वनडे टीम का ही हिस्सा बनने का अब तक मौक़ा मिला है. लेकिन वह पहली बार टी-20 टीम में शामिल किए गए हैं.

इस टीम से केएल राहुल के बाहर होने के बाद लगता है कि चयनकर्ता ओपनिंग की भूमिका में ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ के साथ शुभमन गिल को भी आज़माना चाहते हैं.

शुभमन गिल ने अब तक टेस्ट और वनडे मैचों में अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है.

वह इन दोनों प्रारूपों में खुलकर खेलने वाले बल्लेबाज़ वाली छवि बनाने में सफल रहे हैं. इसी कारण से हो सकता है कि चयनकर्ताओं ने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में भी उन्हें आज़माने का फ़ैसला किया हो.

हार्दिक पांड्या के आईपीएल में पहली बार कप्तान बनकर गुजरात जायंट्स को चैम्पियन बनाने के बाद से ही वह कप्तानी के दावेदारों में शुमार किए जाने लगे हैं.

उन्हें जब भी रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में कप्तानी की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है, वह अपनी ज़िम्मेदारी को सफलतापूर्वक निभाने में सफल रहे हैं.

श्रीलंका के ख़िलाफ़ सिरीज़ में टी-20 टीम का कप्तान बनाना इस दिशा में बढ़ता उनका एक और क़दम माना जा सकता है.

लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण केएल राहुल की मौजूदगी में वनडे टीम का उप-कप्तान बनाया जाना है. इससे यह संकेत तो मिलते ही हैं कि कप्तानी की रेस में केएल राहुल पिछड़ गए हैं.

पहले हार्दिक को टी-20 टीम का कप्तान बनाने की सोच चली थी. पर व्हाइट बॉल क्रिकेट में दो कप्तान रखने को लेकर दुविधा थी.

कुछ समय पहले विराट कोहली के टी-20 की कप्तानी छोड़ने पर उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से यह कहकर हटा दिया था कि व्हाइट बॉल के दो कप्तान नहीं हो सकते.

2023 विश्व कप वाला साल है और चयन समिति रोहित की वनडे कप्तानी से शायद ही छेड़छाड़ करे. पर यह ज़रूर लगता है कि हार्दिक देर सबेर व्हाइट बॉल के कप्तान बना ही दिए जाएंगे.

बांग्लादेश दौरे पर केएल राहुल का अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना और साथ ही कप्तानी में प्रभावित नहीं कर पाने से लगता है कि चयन समिति ने शायद अब उनसे आगे देखने का मन बना लिया है.

अब उनके सामने समस्या यह है कि वह यदि अपने बल्ले से रन नहीं निकाल सके तो उनका टी-20 की तरह वनडे टीम से भी पत्ता कट सकता है.

इसकी वजह से पंत भी वापसी का प्रयास ज़रूर करेंगे. इसके अलावा संजू सैमसन और ईशान किशन भी इस रेस में शामिल हो सकते हैं.

सूर्यकुमार यादव को टी-20 टीम का उप-कप्तान बनाकर उन्हें इस साल किए शानदार प्रदर्शन का इनाम दिया गया है. उन्होंने दोनों ही प्रारूपों में मौका मिलने पर ताबड़तोड़ रन बनाकर अपनी छाप छोड़ी है.

पहले यह माना जा रहा था कि नई चयन समिति इस टीम का चयन करेगी. इस कारण चेतन शर्मा की अगुआई वाली चयन समिति से क्रिसमस तक ही काम करने को कहा गया था.

लेकिन बीसीसीआई क्रिकेट सलाहकार समिति के गठन में देरी होने की वजह से नई चयन समिति अभी बन नहीं सकी है. इस कारण पुरानी चयन समिति से इस टीम का चयन कराया गया है.

नई सलाहकार समिति में अशोक मल्होत्रा, जतिन परांजपे और सुलक्षण नायक को शामिल किया गया है.

इसकी अब 29 दिसम्बर को बैठक होगी जिसमें चयनकर्ता बनने के दावेदारों की छंटाई की जाएगी और फिर उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाकर नई चयन समिति बनेगी. ऐसा लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टीम का चयन नई चयन समति करेगी