विशेषसाहित्य साजन! होली आई है!…(-फणीश्वरनाथ रेणु ) March 25, 20160 साजन! होली आई है! सुख से हँसना जी भर गाना मस्ती से मन को बहलाना पर्व हो गया आज- साजन ! होली आई है! हँसाने हमको आई है! साजन! होली आई है! इसी बहाने क्षण भर गा लें दुखमय जीवन को बहला लें ले मस्ती की आग- साजन! होली आई है! जलाने जग को आई है! Post navigation Previous Article शैव अखाड़ों का उद्भव, विकास एवं प्रबंध.(- प्रकाश त्रिवेदी ) Next Article कलम, आज उनकी जय बोल (-रामधारी सिंह दिनकर )