भारत में अमेरिकी दूतावास और इसके वाणिज्य दूतावासों ने वर्ष 2023 में भारतीयों के लिए रिकॉर्ड संख्या में वीजा जारी करने की योजना बनाई है। मुंबई के ‘महावाणिज्य दूत’ जॉन बलार्ड ने वीजा की करीब-करीब हर श्रेणी में बड़ी संख्या में आवेदन लंबित होने के मुद्दे पर यह बात कही है।
फिलहाल, वर्किंग वीजा के लिए आवेदन करने वाले भारतीयों की प्रतीक्षा अवधि 60 से 280 दिनों के बीच की है, जबकि यात्री वीजा के लिए यह अवधि करीब एक से डेढ़ साल है।
विदेश मंत्रालय ने कई मौकों पर अमेरिकी अधिकारियों के साथ वीजा संबंधित मामलों में देरी का मुद्दा उठाया है और साथ ही सभी श्रेणियों में भारतीय यात्रियों के लिए वीजा जारी करने को आसान करने से संबंधित मुद्दे भी उठाए गए हैं।
बलार्ड ने बताया कि दूतावास ने पिछले साल 1,25,000 से अधिक छात्र वीज़ा का निपटान किया था, जो भारतीयों के लिए एक रिकॉर्ड संख्या है तथा उम्मीद है कि इस साल और भी अधिक भारतीय छात्र वीजा के लिए आवेदन करेंगे।
अमेरिकी अधिकारी ने मीडिया को यह भी बताया कि दूतावास वीज़ा संसाधित करने को लेकर महामारी के पहले वाले स्तर पर तकरीबन पहुंच गया है और उम्मीद है कि इस साल इस स्तर को पार कर लेगा।
बलार्ड ने कहा कि बीते साल आठ लाख से ज्यादा वीज़ा आवेदनों का निपटारा किया गया था। उन्होंने कहा कि दूतावास सिर्फ एक श्रेणी में लंबित आवेदनों की संख्या को कम करना चाहता है और यह श्रेणी पहली बार बी1 और बी2 पर्यटन व कारोबारी वीजा के लिए आवेदन करने वालों की है।
उन्होंने कहा, “हमने पूरे भारत में हाल में बी1/बी2 वीज़ा के ढाई लाख आवेदकों को समय दिया है और हमारे पास दर्जनों अधिकारी हैं जो दुनिया भर में स्थित हमारे दूतावासों और वाशिंगटन से आए हैं। वे खासकर पहली बार बी1/बी2 श्रेणी में आवेदन करने वाले आवेदकों के साक्षात्कार में हमारी मदद करेंगे।”
उन्होंने कहा कि वीज़ा का नवीनीकरण कराने के लिए आवेदक ई-मेल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं और दूतावास ने पहली बार आवेदन करने वाले आवदेकों के साक्षात्कार के लिए विशेष व्यवस्था की है। बलार्ड ने कहा कि वीज़ा को लेकर प्रतीक्षा अवधि में कमी लाने के लिए काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “हमारे सारे महावाणिज्य दूतावास हाल में शनिवार को भी खुले थे और हम ऐसा फरवरी तथा मार्च में भी करेंगे तथा हमारे पास गर्मियों के अंत तक कर्मचारियों की पूर्ण संख्या होगी। हम प्रतीक्षा अवधि कम करने के लिए और अधिक पहल करेंगे। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इन पहलों के जरिये हम इस साल रिकॉर्ड संख्या में वीज़ा संसाधित करें।” बलार्ड ने कहा कि वीज़ा की किसी भी श्रेणी में वीज़ा जारी करना या इससे इनकार करना आवेदक पर और इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस श्रेणी में आवेदन कर रहा है।